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अलीगढ़
लोधा क्षेत्र में यूट्यूबरों को पीटने के मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के मदद से पर्दाफाश किया है कि आरोपी एएमयू छात्रा को छह दिन से परेशान कर रहे थे। परेशान होकर छात्रा ने छठवें दिन शोर मचाया। इसके बाद राहगीरों ने उनकी जमकर पिटाई की।
पुलिस के अनुसार, इन साक्ष्यों से साफ हो गया है कि घटना के पीछे कारण क्या रहा? अब अगर कोई इस घटना को जातीय रंग देने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह है पूरा मामला
लोधा क्षेत्र में चिकावटी के पास यह घटना 26 अप्रैल को हुई थी। छात्रा से छेड़खानी की शिकायत पर भीड़ ने अनुसूचित वर्ग के तीन यूट्यूबरों की पिटाई कर दी थी। पहले दिन युवकों के परिजनों ने कोई कार्रवाई न करते हुए लिखित माफी मांगते हुए समझौता किया था।
इसके बाद पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर जातीय रंग देने का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस ने पिटाई करने वाले और वीडियो वायरल करने वालों पर अलग-अलग मुकदमा पंजीकृत कर लिया।
यूट्यूबरों की पिटाई का वीडियो वायरल होने पर राजनीति भी शुरू हो गई। कई संगठनों के लोगों ने एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। इस मामले में कुछ चार मुकदमा पंजीकृत हुए। एक मुकदमा यूट्यूबरों के खिलाफ छात्रा ने भी छेड़छाड़ का दर्ज कराया।
सपा के राज्यसभा सदस्य भी यूट्यूबरों से मिलने अलीगढ़ आ रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें नहीं आने दिया। वहीं, पुलिस ने इस मामले की जांच जारी रखी। 21 से 26 अप्रैल के बीच सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए।
एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक के कैमरों में आरोपी छात्रा का पीछा करते व परेशान करते नजर आ रहे हैं। इस मामले में जो भी मुकदमा पंजीकृत हुए हैं। उनमें कार्रवाई की जाएगी। इसे अब किसी ने जातीय रंग देने का प्रयास किया तो कार्रवाई की जाएगी।