उपनिरीक्षक धर्मेंद्र मिश्र ने खुदाई मशीन की मदद से वाहन के अंदर फंसे लोगो को बाहर निकलवाया। ओमप्रकाश की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल ले जाते समय जितेंद्र की भी सांसे थम गई।
दो मशीनों को लगवा कर पुलिस ने सड़क से पेड़ को हटवाया। सहालग के चलते सड़क के दोनों तरफ एक किलोमीटर तक लंबा जाम लगा रहा। जितेंद्र अपने पीछे दो अविवाहित बच्चे छोड़ गए हैं। वही ओम प्रकाश के तीन बेटे हैं। सभी की शादी हो चुकी है। घटना से दोनों के परिवार में कोहराम मचा है।
उपनिरीक्षक धर्मेंद्र मिश्र ने बताया क्षतिग्रस्त वाहन और पेड़ को सड़क से हटवा कर यातयात सुचारू कर दिया गया है। मृतकों का पोस्टमार्टम करा कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।