इसके बाद भारत के एनएएस अजीत डोभाल ने पाकिस्तान के उच्चाधिकारियों से बात की। उन्होंने उच्चाधिकारियों को बताया कि भारत ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है और इस स्ट्राइक में सैन्य ठिकानों को टारगेट नहीं किया गया है। वहीं एनएसए डोभाल ने अमेरिकी एनएसए से भी बात की और उन्हें भारत के स्ट्राइक की जानकारी दी।

ट्रंप ने दिया बयान

इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भी बयान सामने आया है, उन्होंने कहा, हमें अभी इस बारे में जानकारी मिली है, उम्मीद करता हूं कि यह संघर्ष जल्द खत्म होगा।’ वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम हालात पर नजर रखे हुए हैं, लेकिन अभी कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।

वहीं देश भर से भी कई नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, भारत माता की जय! यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले, जय हिंद, जय हिंद की सेना! केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी लिखा-भारत माता की जय।
साथ ही पाकिस्तान के तरफ से जवाबी कार्रवाई और भारत की सुरक्षा को देखते हुए देशभर में सुरक्षा को लेकर अलर्ट तेज कर दिया गया है।

इन जगहों पर स्कूल बंद

ऑपरेशन सिंदूर के बाद से मौजूदा स्थिति को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के जम्मू, सांबा राजौरी, कठुआ, पुंछ सभी शैक्षणिक संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं। वहीं पंजाब, राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा कारणों से स्कूल कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। पंजाब के फिरोजपुर, फाजिल्का और पठानकोट में आज सभी स्कूल बंद रहेंगे।

कई फ्लाइट्स बंद

वहीं सुरक्षा कारणों से इस क्षेत्र से गुजरने वाली फ्लाइट्स को भी कैंसिल कर दिया गया है। इनमें लेह, जोधपुर, अमृतसर, जम्मू, श्रीनगर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट से आने-जाने वाली सभी उड़ानें रद कर दी गई हैं।

22 अप्रैल पहलगाम हमला

22 अप्रैल 2025 और जम्मू-कश्मीर स्थित पहलगाम की बैसरन घाटी पर्यटकों से गुलज़ार थी। अचानक यहां आंतकियों की ओर से अंधाधुध गोलीबारी हुई और 26 पर्यटकों की मौत हो गई और इस हमले में 17 लोग घायल हुए। बताया गया कि, आतंकियों ने पहले पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और उनमें से केवल हिन्‍दुओं को ही निशाना बनाया।

23 अप्रैल सिंधु जल समझौता रद

भारत ने 24 घंटे के अंदर पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया और तुरंत सिंधु जल समझौते पर रोक लगाई।

पीएम मोदी ने सेना को दी खुली छूट

29 अप्रैल, 2025 को सुरक्षा समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों को ‘ऑपरेशनल फ्रीडम’ दी। उन्‍होंने इस उच्‍चस्‍तरीय बैठक में कहा कि, ‘थल सेना, नौसेना और वायुसेना को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए किसी भी प्रकार की बाधा नहीं होगी।