शिवांश त्रिपाठी काे मिली 254वीं रैंक
गोरखपुर के शिवांश त्रिपाठी ने सिविल सेवा परीक्षा में 254वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने स्कूली शिक्षा सेंट एंथोनी कान्वेंट स्कूल, डेयरी कालोनी से और कक्षा 6-10 तक की पढ़ाई लिटिल फ्लावर स्कूल धरमपुर की।मूल रूप से पीपीगंज के ग्राम भिटी तिवारी के रहने वाले शिवांश आइआइटी कानपुर में सिविल इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और 2021 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए टापर रहे। शिवांश के पिता प्रमोद कुमार तिवारी उत्तर पूर्व रेलवे, गोरखपुर में सहायक लेखाकार हैं और माता ममता तिवारी पूर्व माध्यमिक विद्यालय, गिरधरगंज में प्रभारी प्रधानाचार्य हैं।
सिविल इंजीनियर पवन को मिली 335वीं रैंक
दिल्ली आइआइटी से सिविल इंजीनियरिंग से बीटेक करने वाले पवन कुमार पाण्डेय को 334वीं रैंक हासिल हुई है। राप्तीनगर के रहने वाले पवन के पिता बीआरडी मेडिकल कालेज में लैब तकनीशियन है। बड़ी बहन डा. कामना पाण्डेय मेडिकल कॉलेज में सीनियर रेजिडेंट हैं। पवन ने बताया कि तीसरे प्रयास में यह सफलता हासिल हुई। दूसरी बार साक्षात्कार दिया था। वैकल्पिक विषय के रूप में रसायन विज्ञान का चयन किया। पवन ने बताया कि उन्होंने आइआइटी की तैयारी के दौरान रसायन विज्ञान की पढ़ाई की थी। सतत अध्ययन से यह सफलता मिली है।
रजत राय को मिली 351वीं रैंक
देवरिया के रजत राय को संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 351वीं रैंक हासिल किया है। देवरिया के गौरा गांव के मूल निवासी राजेश राय और माला राय के पुत्र रजत ने हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई गोरखपुर के मोहद्दीपुर में अपनी मौसी मुन्नी राय के आवास पर रहकर पूरी की। रजत ने हाईस्कूल की परीक्षा वर्ष 2010 में सेंट्रल एकेडमी से और इंटर की परीक्षा वर्ष 2012 में एनई रेलवे सीनियर सेकेंडरी से उत्तीर्ण की। इसके बाद पटना एनआइटी से उन्होंने सिविल ट्रेड से 2016 में बीटेक की पढ़ाई पूरी की। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद रजत ने देश की प्रतिष्ठित कंपनी लार्सन एंड टुब्रो में चार साल नौकरी की। पिछले चार साल से वह दिल्ली में रहकर सिविल सेवा की तैयारी कर रहे थे।
विपरीत परिस्थिति में इकबाल ने बनाई परिणाम में जगह
मेहनत रंग लाती है, बस हौसला नहीं हारना चाहिए। इसे चरितार्थ किया है संतकबीर नगर के इकबाल अहमद ने। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में इकबाल ने 998वीं रैंक प्राप्त करके। संतकबीर नगर के मेंहदावल ब्लाक के फत्तेपुर गांव के रहने वाले इकबाल के पिता मकबूल अहमद ने पंक्चर बनाने की दुकान चलाई। बीमारी के चलते वह दुकान भी बंद कर दी, लेकिन बेटे की पढ़ाई में कभी बाधा नहीं आने दी। स्नातक की पढ़ाई गोरखपुर विश्वविद्यालय से पूरी करने के बाद इकबाल सिविल सेवा की तैयारी के लिए प्रयागराज चले गए। वर्ष 2021 में उनका चयन पीसीएस परीक्षा के माध्यम से श्रम प्रवर्तन अधिकारी के पद पर हुआ, वर्तमान में बस्ती जनपद में तैनात हैं। उनके एक भाई पेंटर का काम करते हैं।
अंकित को तीसरे प्रयास में मिला 262वां स्थान
सिद्धार्थनगर के खेसरहा के सुहई कनपुरवा गांव के अंकित पाण्डेय पुत्र हरीश पाण्डेय ने सिविल सेवा परीक्षा मेंं 262वां स्थान हासिल किया है। बचपन से ही वह दिल्ली में रह रहे हैं। उनकी शिक्षा दीक्षा दिल्ली में ही हुई है। 2020 में इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से बीटेक करने के बाद उन्होंने स्टेट बैंक में पीओ की परीक्षा उत्तीर्ण की उसके बाद 2022 में नौकरी से इस्तीफा देकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुट गए। उन्होंने बताया कि तीसरे प्रयास में उन्होंने सफलता हासिल की। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता गीता देवी और पिता हरीश पांडेय को दिया है।
गोपाल कृष्ण ने हासिल की 698वीं रैंक
सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के सेखुई गांव के रहने वाले किसान बृजभान वर्मा के पुत्र गोपाल कृष्ण वर्मा ने सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल कर क्षेत्र का मान बढ़ाया है। उन्हीं 698वीं रैंक हासिल हुई है। इससे पूर्व वर्ष 2023 की परीक्षा में भी उन्हें सफलता मिली थी। वह दिल्ली में भारतीय सिविल लेखा सेवा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। गोपाल की स्कूली पढ़ाई बढ़नी क्षेत्र में हुई।
बलरामपुर के एमएलके पीजी कालेज से बीएससी करने के बाद वह सिविल सेवा की तैयारी के लिए इलाहाबाद चले गए। कुछ दिन उन्हाेंने दिल्ली रहकर भी तैयारी की। 2023 में अपने तीसरे प्रयास में उन्होंने 846 वीं रैंक हासिल हुई थी। मंगलवार को आए परिणाम में उन्होंने 698वां स्थान प्राप्त कर लिया है।
आकाश ने 339 वीं रैंक हासिल कर बढ़ाया मान
कुशीनगर के तमकुहीराज तहसील के बसडीला निवासी रामप्रवेश राय के पुत्र आकाश राय ने यूपीएससी परीक्षा में 339वीं रैंक हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उन्होंने बीते वर्ष इसकी मुख्य परीक्षा पास की, लेकिन इंटरव्यू में सफलता हासिल नहीं कर सके थे। प्रयास जारी रहा और दूसरी बार में मिल गई। आकाश अपनी सफलता का श्रेय पिता व दिवंगत माता को देते हैं। उनकी सफलता पर गांव में हर्ष व्याप्त है।
संजीव को दूसरे प्रयास में मिली 465वीं रैंक
पड़रौना कुशीनगर नगर के बावली चौक निवासी सुभाष गुप्ता एवं लीलावती देवी के पुत्र संजीव गुप्ता ने अपने दूसरे प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा में 465वीं रैंक हासिल की है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा थ्रेसस इंटर स्कूल पडरौना में हुई। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के बिजनेस मैनेजमेंट करने के बाद वह अमेरिकन कंपनी बोस्टन मैनेजमेंट आफ कंसलटेंसी में प्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। प्रशासकीय क्षेत्र में रुचि के कारण नौकरी से त्यागपत्र देकर, द्वितीय प्रयास में 465वीं रैंक के साथ सफलता प्राप्त की।
संदीप गुप्ता ने हासिल की 532वीं रैंक
कुशीनगर के मठिया नरईपुर गांव के इंद्रजीत गुप्ता और रमावती देवी के पुत्र संदीप गुप्ता को सिविल सेवा परीक्षा में 532 सी रैंक प्राप्त हुई है। संदीप ने आइआइटी दिल्ली से बीटेक किया और भारतीय सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की और सफलता प्राप्त की। अपनी सफलता का श्रेय वह माता-पिता, गुरुजनों व मित्रों को दे रहे हैं।
बैतालपुर की अन्नू गुप्ता काे मिली सफलता
यदि प्रतिभा हो तो संसाधन आड़े नहीं आता। इसे साबित कर दिखाया है आटा चक्की चलाने वाले दुर्गेश गुप्ता की बेटी अन्नू गुप्ता ने। घर पर रहकर आनलाइन तैयारी की और पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास की। 779वीं रैंक हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है। अन्नू ने देवरिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल से वर्ष 2018 में हाईस्कूल व 2020 में इंटर की परीक्षा पास की। 2023 में दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से बीए की परीक्षा पास की। इसके बाद परीक्षा की तैयारी में जुट गई। सफलता का श्रेय माता इंद्रावती देवी व पिता दुर्गेश गुप्ता को दिया।
विमलोक तिवारी को मिला 554वां स्थान
मदनपुर देवरिया के वार्ड नंबर दो मठिया तिवारी के रहने वाले विमलोक तिवारी ने सिविल सेवा में चयनित होकर क्षेत्र का मान बढ़ाया है। नई दिल्ली के जेएनयू में राजनीति शास्त्र विभाग में अध्यापन कार्य के साथ ही अंतिम प्रयास में 554वीं रैंक पाकर सफलता हासिल की। विमलोक के पिता रमेश तिवारी उपनगर रुदपुर के खजुहा चौराहे पर किराने की दुकान चलाते हैं।
रवि श्रीवास्तव को मिली 751वीं रैंक
देवरिया के भलुवनी क्षेत्र के भेड़ापाकर गांव के रहने वाले सुरेंद्र लाल श्रीवास्तव के पुत्र रवि श्रीवास्तव को सिविल सेवा परीक्षा में 751वीं रैंक प्राप्त हुआ है। उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय कुशीनगर से छह से 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण की। दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कालेज से बीएससी किया। उसके बाद फ्रांस से रसायनशास्त्र से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। पिछले वर्ष उनका चयन पुलिस उपाधीक्षक के पद पर हुआ। वर्तमान में वह मेरठ में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।