उलेमाओं ने की सड़क पर नमाज न पढ़ने की अपील

ईद को लेकर उलेमाओं ने पहल करते हुए लोगों से अपील की है कि वह सड़क पर ईद की नमाज न पढ़े। चांद देखने के बाद अगले दिन ईद मनाई जाती है। अगर चांद नहीं दिखता है तो ईद नहीं मनाई जाती है। 30 मार्च को ईद का चांद दिखने का दावा किया गया था। ऐसे लोग शाम होते ही चांद देखने के लिए मकानों की छत पर चढ़ गए। आकाश में बादल नहीं थे। जिस वजह से देर शाम को ईद का चांद दिखाई दिया।

चांद दिखने के बाद लोगों को चेहरे खिल उठे। सोमवार को ईद होने की पुष्टि हो गई। इसके बाद मस्जिदों से सोमवार को ईद मनाने के बारे में बताया गया। लोग ईद की खरीदारी करने के लिए घर से निकले। देर रात तक कपड़ों की दुकानों पर भीड़ लगी रही। कैला भट्टा, इस्लाम नगर, सीता राम बाजार, घंटा घर, गोल मार्केट, मालीवाड़ा सहित अन्य बाजारों में दुकानें सजा दी गईं।
ईद पर तरह-तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं। जिस वजह से लोगों ने मेवे व दूध खरीदा। कपड़ा व्यापारी राजीव ने बताया कि इस बार कपड़े की बिक्री पिछले वर्ष की अपेक्षा अधिक है। लोग रेडिमेड कपड़े ज्यादा खरीद रहे हैं। बच्चों और महिलाओं के कपड़ों की अधिक बिक्री हो रही है।
व्यापारी सुलेमान ने बताया कि सेवई 100 से 110 रुपये प्रति किलो बिक रही है।वहीं देर शाम को उलेमाओं ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह सड़क पर नमाज अदा न करे। मस्जिद और ईदगाह में नमाज पढ़े।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने दी ईद की शुभकामनाएं

प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने दिल्लीवासियों को ईद की मुबारकबाद देते हुए इसे भाईचारे और प्रेम का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान ही एक ऐसा देश है, जहां सब मिलकर सभी धर्मों के त्योहार मनाते हैं और एक-दूसरे की खुशियों में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे नेताओं और पूर्वजों ने गंगा जमुनी तहजीब का पाठ पढ़ाया है, जो कि भाईचारे और एकता का प्रतीक है।