जल्द ही भूमि अधिग्रहण पूरी कर ली जाएगी। सहजनवां-दोहरीघाट रेल लाइन के बन जाने से गोरखपुर से वाराणसी, छपरा, प्रयागराज के लिए एक नया रेलमार्ग तैयार हो जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे को एक वैकल्पिक मार्ग भी मिल जाएगा। आने वाले दिनों में गोखपुर ही नहीं पूर्वांचल के लोगों की राह भी आसान हो जाएगी।
गोरखपुर के दक्षिणांचल के लोगों का आवागमन भी सुगम हो जाएगा। दक्षिणांचल के लोगों को आज भी 50 किमी की दूरी तय करने पर ट्रेन मिलती है। रोजगार सृजन के साथ क्षेत्र का विकास होगा। 17 दिसंबर, 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में इस नई रेल लाइन को हरी झंडी मिली थी।

बांसगांव क्रासिंग समेत बनेंगे 12 रेलवे स्टेशन

सहजनवां से दोहरीघाट के बीच नई रेल लाइन पर कुल 12 स्टेशन बनाए जाएंगे। बांसगांव इस रेलमार्ग का महत्वपूर्ण क्रासिंग स्टेशन बनेगा। बांसगांव के अलावा सहजनवां, पिपरौली, खजनी, उनवल, बैदौली बाबू, उरुवा बाजार, बनवारपार, गोला बाजार, भरौली, बड़हलगंज और दोहरीघाट स्टेशन शामिल हैं। बांसगांव समेत सभी स्टेशनों के निर्माण की प्रक्रिया भी आरंभ हो चुकी है। सहजनवां और दोहरीघाट में पहले से ही स्टेशन हैं, लेकिन इनका भी विस्तार और कायाकल्प किया जाएगा।

सरयू नदी पर बनेगा रेलवे का सबसे लंबा पुल

सरयू नदी पर सबसे लंबा पुल बनेगा। लगभग 1200 मीटर लंबे पुल के निर्माण की भी प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। इस रेल लाइन पर दो उपरिगामी पुल, 15 अंडरपास, महत्वपूर्ण 11 बड़े पुल तथा 47 छोटे पुल का निर्माण किया जाना है। जानकारों के अनुसार बड़े व छोटे पुलों के अलावा अंडरपास के निर्माण की भी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।