बच्चों को निशशुल्क मिलती हैं किताबें
प्रत्येक बच्चे को शिक्षा मिले… इसे लेकर शासन की ओर से तमाम कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। बच्चों को यूनिफॉर्म से लेकर जूता-मोजा, बैग, स्वेटर आदि के लिए जहां 12 सौ रुपये अभिभावक के खाते में भेजा जा रहा है तो सभी बच्चों को निश्शुल्क पुस्तकों के वितरण की व्यवस्था भी की गई है।
हालांकि अभी तक कक्षा एक से तीन तक के बच्चों की पुस्तकें नहीं आ सकी है। ऐसे में सत्र के शुरुआती माह में एक से तीन तक के बच्चों के बस्ते खाली ही रहेंगे।
जारी हो चुका है क्रयादेश
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि कक्षा चार से लेकर आठ तक के बच्चों के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकें आ चुकी हैं, जबकि कक्षा एक व तीन के बच्चों की पुस्तकें क्रयादेश न जारी होने से नहीं आ सकी है। हालांकि अब क्रयादेश जारी हो चुका है। प्रकाशन संस्था भी चयनित हो चुकी है। जल्द की कक्षा एक से तीन तक की पुस्तकों की भी आपूर्ति हो जाएगी।