5 दिनों के दौरान तापमान में परिवर्तन की संभावना नहीं
दोपहर में बढ़ी गर्मी
दोपहर में सूर्य के तल्ख तेवर और हवा की गति में वृद्धि होने से लोग गर्मी से परेशान रहे। दोपहर एक बजे से तीन बजे तक लू जैसी स्थिति बनी रही।
अरवल में दर्ज हुआ सबसे कम तापमान
37.1 डिग्री सेल्सियस के साथ बांका और राजगीर में प्रदेश का सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। 17.9 डिग्री सेल्सियस के साथ अरवल में प्रदेश का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया।
प्रदेश में दिखेगा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी हिमालय क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव बना हुआ है। इनके कारण ठंडी हवाओं का असर प्रदेश में रहेगा। 48-72 घंटों के दौरान अधिकतम व न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट की संभावना है।
जमुई :गर्मी में पछुआ हवा बनी बिजली संकट की वजह
गर्मी के मौसम की शुरुआत के साथ ही पक्षुआ हवाओं ने लोगों की परेशानी बढ़ी दी है। इससे ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो रही है।
मार्च के अंतिम सप्ताह से तेज गर्मी शुरू हो गई है, लेकिन सुबह 9-10 बजे के बीच जैसे ही हवा चलती है, उपकेंद्र से बिजली काट दी जाती है। यह स्थिति शाम तक बनी रहती है, जिससे ग्रामीणों को दोपहर की भीषण गर्मी में बिजली नहीं मिल रही।
पिछले एक सप्ताह से यह समस्या लगातार बनी हुई है। बटिया फीडर समेत अन्य ग्रामीण फीडरों में भी यही स्थिति है, जिससे पेयजल आपूर्ति और अन्य जरूरी सेवाएं बाधित हो रही हैं। ग्रामीणों में इसको लेकर भारी नाराजगी है।