सात चरणों में बनेगा बहुमंजिला तिहाड़
कमेटी ने अभी तक जो विचार किया है, उसके अनुसार तिहाड़ की सभी जेलों का पुनर्निर्माण सात चरणों में पूरा किया जाएगा। एक जेल एक वार्ड के सिद्धांत पर अमल करते हुए पहले किसी एक जेल के एक वार्ड को ढहाकर उसकी जगह तीन मंजिला इमारत खड़ी की जाएगी।
नरेला में भी बनेगी जेल
तिहाड़ को बहुमंजिला तिहाड़ बनाने के अलावा अब नरेला में भी तीन नए जेल का निर्माण किया जाएगा। इसमें एक जेल हाई सिक्योरिटी जेल होगा, जिसकी क्षमता 256 कैदियों की होगी। इसके साथ ही यहां सामान्य कैदियों के लिए दो नए जेल बनाए जाएंगे।
केवल जगह का विस्तार ही नहीं, कर्मियों की भी बढ़ाई जा रही संख्या
जेलों में जगह का विस्तार तो हो रहा है, लेकिन जगह बढ़ने पर निगरानी के लिए कर्मियों की संख्या बढ़ानी होगी। अभी तिहाड़ में जो भी बैरक हैं, वे सभी भूतल पर बने हैं। लेकिन जब तलों की संख्या बढ़ेगी तो निगरानी के लिए कर्मियों की संख्या भी बढ़ानी होगी।
कौन सा है सबसे पुराना जेल परिसर?
दिल्ली में अभी तीन जेल परिसर हैं। इसमें तिहाड़, रोहिणी व मंडोली शामिल है। तिहाड़ सबसे पुराना जेल परिसर है, जिसमें नौ अलग अलग जेल हैं। रोहिणी में एक और मंडोली में छह जेल हैं।