क्रेडिट कार्ड क्षेत्र में मंदी दिख रही है। जनवरी में इसके कार्ड की संख्या घटकर चार साल के निचले स्तर पर आ गई है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कुल खर्च में भी गिरावट देखी जा रही है। जनवरी में क्रेडिट कार्ड से कुल खर्च 1.84 लाख करोड़ रुपये रहा है।
क्रेडिट कार्ड क्षेत्र में मंदी दिख रही है। जनवरी में इसके कार्ड की संख्या घटकर चार साल के निचले स्तर पर आ गई है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कुल खर्च में भी गिरावट देखी जा रही है। जनवरी में क्रेडिट कार्ड से कुल खर्च 1.84 लाख करोड़ रुपये रहा, जो दिसंबर, 2024 में 1.88 लाख करोड़ रुपये रहा था। खर्च और लेन-देन में घटती मासिक वृद्धि सतर्क उपभोक्ता भावना का संकेत है।
गिरावट के बावजूद 14% की वृद्धि
रिपोर्ट के अनुसार, इस गिरावट के बावजूद सालाना आधार पर जनवरी में खर्च में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि, दिसंबर में खर्च इसलिए बढ़ा क्योंकि लोगों ने साल के अंत में त्योहारों और नए साल के जश्न के कारण ज्यादा उपयोग किया। लेन-देन का वॉल्यूम भी मासिक आधार पर एक फीसदी घटकर 43 करोड़ रह गया। हालांकि, सालाना आधार पर लेन-देन की वृद्धि 31 फीसदी रही।
साथ ही रिपोर्ट के अनुसार, मार्च, 2024 के बाद से लेनदेन की मात्रा में यह सबसे कमजोर वार्षिक वृद्धि थी। जनवरी में क्रेडिट कार्ड की संख्या में 12 लाख की कमी आई है। दिसंबर में 11 करोड़ कार्ड थे जो जनवरी में 10.9 करोड़ रह गए। प्रति कार्ड औसत खर्च भी दिसंबर में 17,093 रुपये से घटकर जनवरी में 16,911 रुपये हो गया। शीर्ष पांच बैंकों की क्रेडिट कार्ड में बाजार हिस्सेदारी 75 फीसदी रही है।