टापर को मात्र 686 अंक मिले हैं। इससे मेरिट लिस्ट का औसत स्तर नीचे गया है, जिसका लाभ मिड-रेंज स्कोर करने वाले छात्रों को मिलेगा। इस वर्ष टाप-100 में सबसे ज्यादा 14 छात्र राजस्थान से हैं, दिल्ली से 15 और महाराष्ट्र से 12, लेकिन बिहार और झारखंड जैसे प्रमुख राज्यों से इस बार टाप-100 में एक भी छात्र नहीं है।

नीट में हिंदी माध्यम में बढ़ा रुझान

हिंदी माध्यम में रजिस्ट्रेशन कराने वाले छात्रों की संख्या में सात वर्षों में 83 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2019 में जहां यह संख्या 1.36 लाख थी, वहीं 2025 में यह बढ़कर 2.5 लाख हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले छात्रों की हिस्सेदारी भी बढ़ी है। नीट यूजी 2025 में पहली बार 144–200 अंकों के बीच के छात्रों का आंकड़ा जारी किया गया है। इस रेंज में करीब तीन लाख छात्र शामिल हैं।

  • स्कोर रेंज छात्र संख्या
  • 651–686 73
  • 601–650 12,659
  • 501–600 39,521
  • 401–500 1,02,313
  • 301–400 1,05,555
  • 201–300 1,26,375
  • 144–200 1,98,346

इन कारणों से है उम्मीद

– स्कोर में गिरावट: 2025 में पहली बार कोई भी छात्र 700 अंक तक नहीं पहुंचा।
– कटआफ में गिरावट: सामान्य कोटी में क्वालिफाइंग कटआफ 113 रहा, जबकि पिछले वर्ष यह 137 था।