अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से कनाडा, मेक्सिको और चीन पर लगाया गया आयात शुल्क मंगलवार से लागू हो गया। ट्रंप ने जहां कनाडा और मेक्सिको पर 25 फीसदी आयात शुल्क लगाया है, वहीं चीन के उत्पादों पर यह 20 फीसदी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा पर लगाए गए टैरिफ के लागू होने के साथ ही दोनों देशों में तनातनी बढ़ गई है। अब कनाडा के पीएम भी अपने कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं हैं। कनाडा सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि अब अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ में कनाडा को कुछ छूट देने पर विचार करते भी हैं तो भी कनाडा के पीएम जवाबी टैरिफ लगाना जारी ही रखेंगे। अधिकारी ने ये भी बताया कि पीएम जस्टिन ट्रूडो और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच फोन पर बात हुई है।
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से कनाडा, मेक्सिको और चीन पर लगाया गया आयात शुल्क मंगलवार से लागू हो गया। ट्रंप ने जहां कनाडा और मेक्सिको पर 25 फीसदी आयात शुल्क लगाया है, वहीं चीन के उत्पादों पर यह 20 फीसदी है। हालांकि अमेरिका ने कनाडा के ऊर्जा उत्पादों पर 10 फीसदी टैरिफ लगाकर थोड़ी राहत देने की कोशिश की है। अमेरिकी टैरिफ के जवाब में कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भी 30 अरब कनाडाई डॉलर मूल्य की अमेरिकी वस्तुओं पर 25 फीसदी टैरिफ लागू कर दिया। ट्रूडो ने कहा कि आयात शुल्क लगाना मूर्खतापूर्ण है और कनाडा इसे डब्ल्यूटीओ में चुनौती देगा। अमेरिका ने ये भी संकेत दिए हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप, कुछ टैरिफ में राहत देने पर भी विचार कर रहे हैं। हालांकि कनाडा ने सख्ती के संकेत दिए हैं।
कनाडा ने पीछे हटने से किया इनकार
कनाडा के वित्त मंत्री डोमिनिक लीब्लांक ने बताया कि ‘हम अब टैरिफ घटाने के लिए किसी बैठक में शामिल नहीं होना चाहते। कनाडा चाहता है कि टैरिफ पूरी तरह से हटाए जाएं।’ कनाडा के ओंटारियो प्रांत के प्रीमियर डग फोर्ड ने कहा कि ‘जीरो टैरिफ या फिर कुछ नहीं। यह सब हमारे देश के द्वारा शुरू नहीं किया गया था। ये सब राष्ट्रपति ट्रंप ने शुरू किया। अगर वे हमारे देश और हमारे प्रांत के खिलाफ आर्थिक युद्ध छेड़ना चाहते हैं तो फिर हम भी मजबूती से तैयार हैं।’