पाम बीच काउंटी के अस्पताल में भर्ती मनोरोगी स्टीफन स्कैंटलबरी ने भारतीय मूल की 67 वर्षीय नर्स लीलाम्मा लाल पर हमला किया। आरोपी के हमले में नर्स के चेहरे पर फ्रैक्चर हो गया। गर्दन की हड्डी टूट गई। साथ ही सिर से खून बहने लगा। यह घटना अस्पताल के कैमरे में कैद हो गई।
अमेरिका के पाम बीच काउंटी अस्पताल में एक अमेरिकी युवक ने भारतीय मूल की वृद्ध नर्स पर हमला कर दिया। युवक ने नर्स की हत्या करने की कोशिश की। आरोप है कि हमले के बाद युवक ने कहा कि सभी भारतीय बुरे हैं। मैंने एक भारतीय डॉक्टर को पीटा है।
नर्स लाल की बेटी सिंडी जोसेफ ने कहा कि मां के मस्तिष्क से सबड्यूरल और छिटपुट रक्तस्राव हो रहा था। उनके चेहरे का दाहिना हिस्सा पूरी तरह से टूट गया था। उन्हें ट्यूब लगाई गई थी और वे बेहोश थीं। उनके चेहरे पर बहुत सारी चोटों के निशान थे और आंखों में सूजन थी। मैं उन्हें पहचान नहीं पाई।
कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान पाम बीच काउंटी के डिप्टी सॉर्जेंट बेथ न्यूकॉम्ब ने आरोपी स्कैंटलबरी के बारे में गवाही दी। वहीं स्कैंटलबरी की पत्नी ने कहा कि वह मानसिक रूप से परेशान था, उसे लगता था कि उनके घर पर जासूसी की जा रही है और उस पर निगरानी रखी जा रही है। इस पर जज ने स्कैंटलबरी को मानसिक स्वास्थ्य केंद्र भेजने की अपील को खारिज कर दिया। वहीं नर्स लाल अभी गहन देखभाल में हैं। उन्हें वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।
डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों की बढ़ी चिंता
नर्स पर हमले के बाद डॉक्टरों को सुरक्षा की चिंता सता रही है। स्वास्थ्य कर्मियों के लिए कड़े सुरक्षा उपायों और हमला करने वालों पर कठोर दंड की मांग करने वाली याचिका के समर्थन में 10 हजार लोग उतर आए हैं। डॉ. चेरिल थॉमस-हारकम ने कहा कि लीलाम्मा लाल ने अपना जीवन पेशे को समर्पित कर दिया और अपने करियर के अंतिम चरण में उनके साथ क्रूर व्यवहार किया गया। दक्षिण फ्लोरिडा के भारतीय नर्स एसोसिएशन की सलाहकार बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. मंजू सैमुअल ने मामले में सांसदों से कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए कोई विशिष्ट कानून नहीं हैं। इस कमी को दूर किया जाना चाहिए।