देश के कई राज्यों में मानसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक, बारिश अब राहत नहीं बल्कि आफत बन गई है। हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत कई राज्यों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। नदियां उफान पर हैं, भूस्खलन और जलभराव से सड़कें जाम हैं और कुछ जगहों पर तो स्कूल तक बंद कर दिए गए हैं।
पंजाब के कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश को देखते हुए राज्य सरकार ने ऐहतियातन कदम उठाते हुए स्कूलों में अवकाश का ऐलान किया है। पठानकोट, फाजिल्का, बठिंडा और होशियारपुर जिलों में आज (26 अगस्त) सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे।
हिमाचल में लगातार बारिश, ब्यास नदी का बढ़ा जलस्तर
हिमाचल प्रदेश में बारिश ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। मंडी जिले में ब्यास नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने मंडी, चंबा और कांगड़ा जिलों में दो दिन का रेड अलर्ट जारी किया है। नदी किनारे और निचले इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
हिमाचल प्रदेश का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मनाली इन दिनों भारी बारिश की चपेट में है। बीती रात हुई तेज बारिश ने ब्यास नदी को उफान पर ला दिया, जिससे चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे समेत कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। ब्यास नदी का पानी सड़कों-हाईवे तक पहुंच गया है, जिससे मनाली का वॉल्वो बस स्टैंड, आलू ग्राउंड और ग्रीन टैक्स बैरियर पूरी तरह डूब गए। हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने मंगलवार को सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखने के आदेश दिए हैं।
ब्यास का कहर: दुकानें-होटल बहे, घर खाली कराए गए
मनाली के बाहंग क्षेत्र में नदी के रौद्र रूप ने कई घरों और दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। शेरे-ए-पंजाब होटल और पास की दुकानें नदी में बह गईं, वहीं एक कैफे का केवल गेट ही बच पाया– बाकी सारा सामान पानी में समा गया। प्रशासन ने खतरे की आशंका के चलते बाहंग क्षेत्र के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है।
मंडी में रेस्क्यू ऑपरेशन, एपीएमसी कर्मचारी को बचाया गया
रात के समय ब्यास नदी का पानी आलू ग्राउंड स्थित किसान भवन (एपीएमसी) के चारों ओर भर गया, जिससे भवन में मौजूद एक कर्मचारी दीप चंद (36), निवासी कटराई, कुल्लू अंदर ही फंस गया। पुलिस और अग्निशमन विभाग ने हाइड्रा क्रेन और स्थानीय लोगों की मदद से उसे सुरक्षित बाहर निकाला।
मार्ग बंद, यातायात पूरी तरह बाधित
लगातार बारिश और ब्यास के तेज बहाव के कारण मनाली–कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-3) ढंकार के पास पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा राइट बैंक रोड पर भी आवाजाही बंद कर दी गई है। प्रशासन ने वाहनों को वैकल्पिक रूप से रायसन से लेफ्ट बैंक रोड की ओर भेजना शुरू किया है। मनाली-लेह मार्ग भी समाहण के पास टूट चुका है, जिससे लद्दाख की दिशा में जाने वाले यात्रियों की राह बंद हो गई है।
प्रशासन की चेतावनी और विधायक की अपील
पूर्व मंत्री और विधायक गोविंद सिंह ठाकुर ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मनाली से बुरुआ को जोड़ने वाली सड़क भी टूट चुकी है। उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के पास न जाएं और पूरी सतर्कता बरतें। उन्होंने कहा, “व्यास नदी और मनालसु नाले का जलस्तर बेहद खतरनाक स्तर पर है। माता हिडिंबा सबकी रक्षा करें।”
भारी बारिश बनी आफत, डर का माहौल
बारिश से मनाली में भूस्खलन और सड़कें टूटने की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही हैं। होटल में फंसे यात्रियों ने बताया कि वह स्पीति से लौटते वक्त मनाली में तीन दिनों से फंसे हुए हैं। ब्यास नदी के रौद्र रूप और रातभर होती बारिश से लोगों में डर का माहौल है। प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है और बचाव कार्यों में जुटा है।
टूरिस्ट अलर्ट
मनाली और आसपास के क्षेत्रों में मौजूद पर्यटकों से आग्रह है कि वे नदी किनारे न जाएं, अनावश्यक यात्रा से बचें और प्रशासन की सलाह का पालन करें। आपात स्थिति में तुरंत लोकल प्रशासन से संपर्क करें।