इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के तहत कार्यरत नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (NIELIT) ने पिछले पांच वर्षों में देशभर में 43.6 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया है। साथ ही, संस्था ने देश के पिछड़े और रणनीतिक क्षेत्रों में नए प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित किए हैं।
बुधवार को लोकसभा में सांसद मोहिब्बुल्लाह, बस्तिपति नागराजु और बी. के. पार्थसारथी के प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने NIELIT की कार्यप्रणाली, उपलब्धियों और आगामी योजनाओं का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
देशभर में प्रशिक्षण का व्यापक नेटवर्क
वर्तमान में देश में 56 NIELIT केंद्र संचालित हो रहे हैं। इनके साथ 797 मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण साझेदार (ATPs) और 9,275 सुविधा केंद्र जुड़े हुए हैं, जिससे देश के हर कोने तक आईटी शिक्षा और कौशल विकास की पहुंच सुनिश्चित हो रही है।
पिछले 5 वर्षों में ₹484 करोड़ का बजटीय समर्थन
सरकार ने पिछले 5 वर्षों में NIELIT को कुल ₹484.36 करोड़ का बजटीय समर्थन प्रदान किया, जिसका विवरण इस प्रकार है:
- 2020–21: ₹49.17 करोड़
- 2021–22: ₹139.28 करोड़
- 2022–23: ₹6.44 करोड़
- 2023–24: ₹145.38 करोड़
- 2024–25: ₹153.09 करोड़
इस राशि का उपयोग संरचना विकास, कोर्स संचालन, और अनुसंधान व नवाचार गतिविधियों के लिए किया गया।
अब तक 43.6 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण
अब तक NIELIT ने 43,60,759 प्रतिभागियों को विभिन्न डिग्री, डिप्लोमा और स्किल-बेस्ड कोर्सेस (लंबी और छोटी अवधि के) के माध्यम से प्रशिक्षित किया है।
नए केंद्रों की स्थापना से बढ़ी पहुंच
संस्थान ने बीते वर्षों में कई नए क्षेत्रों में केंद्र स्थापित किए, विशेष रूप से पिछड़े और रणनीतिक स्थानों पर:
- 2019–20: कारगिल
- 2020–21: दीमापुर, दमण
- 2022–23: बक्सर, मुज़फ्फरपुर, पूर्वी दिल्ली, दक्षिण पश्चिम दिल्ली
- 2023–24: नोएडा, बीकानेर, हैदराबाद
- 2024–25: तिरुपति, बालासोर, पीलीभीत, चित्रदुर्ग
ये केंद्र आईटी शिक्षा के विकेंद्रीकरण और डिजिटल समावेशन को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों को दर्शाते हैं।
अनुसंधान और नवाचार पर भी जोर
हालांकि लोकसभा में प्रस्तुत दस्तावेज़ में R&D परियोजनाओं का पूरा विवरण नहीं दिया गया, लेकिन मंत्रालय ने बताया कि उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में NIELIT इस दिशा में सक्रिय है।
सरकार ने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में और भी NIELIT केंद्र खोले जा सकते हैं, ताकि डिजिटल इंडिया मिशन और राष्ट्रीय कौशल विकास के उद्देश्यों को गति दी जा सके।