ग्वालियर के इतिहास में पहली बार 23 फुट ऊंचा निर्वाण लड्डू समर्पित जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ के मोक्ष कल्याणक पर समर्पित किया गया। पूरे मध्य प्रदेश में पहला कार्यकम ग्वालियर शहर में हुआ। इस 23 फुट ऊंचे लड्डू को देखने और समर्पित करने के लिए ग्वालियर संभाग के आसपास ग्रामीण ओर शहर के लश्कर, मुरार, उपनगर के जैन समाज के लोग हजारों की संख्या में पहुंचकर सभागार उमड़ पड़ा। यह आयोजन आचार्य श्री सुबल सागर महाराज के सानिध्य एवं सकल जैन समाज ओर सन्मति सुबल पावन वर्षायोग समिति के तत्वाधान आज गुरुवार को नई सड़क स्थित चंपाबाग बगीची में जैन समाज की ओर से भगवान पार्श्वनाथ का अभिषेक ओर पूजन के साथ निर्वाण लड्डू समर्पित किए। इस कार्यकम के समन्वयक दिगंबर जैन युवा जागरण मंच ग्रेटर के निर्देशन में हुआ।
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि आचार्य श्री सुबल सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में ओर प्रतिष्ठाचार्य आशीष भैयाजी के मार्ग दर्शन में सर्व प्रथम भगवान पार्श्वनाथ के मोक्ष कल्याणक पर इंद्रो ने कलशों में जलभर कर जयकारों के साथ अभिषेक किया। वही आचार्यश्री ने बृहद शांतिधारा प्रवीण जैन ओर इंद्रो ने की। वही आचार्य श्री के द्वारा और समन्वयक दिगंबर जैन युवा जागरण मंच ग्रेटर के निर्देशन में कल्याण मंदिर स्त्रोत्र विधान हुआ। जिसमे भगवान पार्श्वनाथ के चरणों में महाअर्घ्य इंद्र इंद्राणियों ने सामूहिक रूप से समर्पित किए।
23 वें भगवान पार्श्वनाथ को 23 फुट ऊंचा निर्वाण लड्डू के रथ खींचकर समर्पित किया, गूंजे पार्श्वनाथ के जयकारे
आचार्य श्री सुबल सागर महाराज सहित जैन समाज के लोगो ने भगवान पार्श्वनाथ का निर्वाण पाठ पढ़कर भगवान पार्श्वनाथ के समक्ष 23 फुट ऊंचा मुख्य निर्वाण लड्डू समर्पित मुकेश कुमार अश्वनी जैन परिवार को आध्यात्मिक शांति और आनंद की प्राप्ति हुई। वही 23 परिवारों के द्वारा 23 किलो, 11 किलो ओर 5 किलो के निर्माण लड्डू जैन समाज के पुरुष, महिला, बालक, बालिकाएं सहित समाजजनों ने संगीतमय भक्ति में झूमते गाते हुए जयकारों की गूंज के साथ भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा के समक्ष समर्पित किए। कार्यक्रम में 23 फुट ऊंचे निर्वाण लड्डू को लोगों ने अपने मोबाइल से सेल्फी ओर मोबाइल में कैद किया।