श्री मणिमहेश यात्रा के लिए इस बार होली से गौरीकुंड के लिए भी हवाई उड़ानें होंगी। इसके लिए टैंडर हाे चुके हैं। टैंडर प्रक्रिया में 2 कंपनियों (चिप्सन एविएशन तथा थुम्बी एविएशन) ने भाग लिया, जिसमें न्यूनतम 4995 रुपए प्रति यात्री एक तरफ का किराया निर्धारित हुआ है। एडीएम भरमौर एवं श्री मणिमहेश यात्रा न्यास के अध्यक्ष कुलवीर राणा ने बताया कि भरमौर के साथ ही होली से भी गौरीकुंड के लिए हवाई सेवा शुरू की जा रही है। टैंडर के बाद कंपनी ने आगामी जरूरी कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि श्री मणिमहेश यात्रा के दौरान भरमौर से गौरीकुंड तक की हवाई यात्रा के लिए 3340 रुपए एकतरफा किराया प्रति सवारी निर्धारित हुआ है तथा होली से गौरीकुंड के लिए 4995 रुपए प्रति सवारी एकतरफा किराया निर्धारित हुआ है।
टैंडर प्रक्रिया में 5 कंपनियों ने लिया था भाग
एडीएम कुलवीर राणा ने बताया कि भरमौर से गौरीकुंड तक की टैंडर प्रक्रिया में कुल 5 कंपनियों ने भाग लिया था, जिनमें से 2 कंपनियों का चयन किया गया है, जिसमें हिमालयन हैली सर्विस तथा राजस एयरो स्पॉट शामिल हैं। उन्होंने बताया कि हिमालयन हैली टैक्सी सर्विस ने सबसे कम 3340 रुपए भरमौर से गौरीकुंड तक का एक तरफा किराया प्रति सवारी रखा था, इसी किराए पर अन्य कंपनी राजस एयरो स्पॉट ने भी सेवाएं प्रदान करने की सहमति जताई है। इस प्रकार 6680 रुपए आने-जाने के लिए प्रति सवारी किराया निर्धारित हुआ है। श्री मणिमहेश यात्रा जो 16 अगस्त से शुरू हो रही है तथा 3 सितम्बर तक चलेगी। सबसे बड़ी बात यह है कि भरमौर से गौरीकुंड के लिए इस बार न्यास ने 3 वर्षों के लिए यह टैंडर प्रक्रिया की है। 3 वर्षों तक यही कंपनियां हवाई सेवाएं देंगी। ये दोनों कंपनियां 9 अगस्त से अपनी उड़ानें शुरू कर देंगी जो 3 सितम्बर तक जारी रहेंगी। उन्होंने बताया कि श्री मणिमहेश मंदिर न्यास की वैबसाइट के माध्यम से ही हवाई सेवा की ऑनलाइन बुकिंग होगी।
यात्रा के दाैरान हर पड़ाव पर बनेंगे 200 शौचालय
एडीएम कुलवीर राणा ने बताया कि यात्रा के दौरान शौचालयों की कमी न हो इसके लिए यात्रा के हर पड़ाव पर 200 नए शौचालय बनाए जा रहे हैं, जिनका कार्य युद्धस्तर पर जारी है तथा यात्रा शुरू होने से पहले तैयार किए जाएंगे। हड़सर से लेकर मणिमहेश डल झील तक के मार्ग को दुरुस्त करने के लिए लोक निर्माण विभाग मार्ग बनाने में जुटा हुआ है। जल शक्ति विभाग ने भी यात्रा के हर पड़ाव पर पेयजल व्यवस्था बहाल करने के लिए अपनी लेबर तैनात कर दी है, ताकि यात्रियों की किसी भी प्रकार की समस्या न हो।
सफाई अभियान के दौरान एकत्रित किया 7 टन कचरा
एनजीटी के निर्देशानुसार वन विभाग एवं ईको डिवैल्पमैंट कमेटी ने भी हड़सर से मणिमहेश झील तक कार्य शुरू कर दिया है। स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए 15 जुलाई से 31 जुलाई तक एक विशेष सफाई अभियान चलाया गया था। अभियान के दौरान लगभग 7 टन कचरा इकट्ठा किया गया है, जिसमें कई स्वयंसेवी संस्थाओं तथा स्थानीय लोगों ने भाग लिया है।