सिंगरौली। जिले में नवानगर थाना क्षेत्र के अमलोरी परियोजना से लंबे अरसे के बाद फिर से ओवरलोड कोयले का ट्रेलर निकलना शुरू हो गया है इस ओवरलोड कोयले के खेल का जिम्मेदार कौन है? यह बता पाना थोड़ा मुश्किल है। एक ओर परियोजना के महाप्रबंधक हर अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन परियोजना के कोयला कांटे पर बैठे बाबू एवं संबंधित अधिकारी कोई न कोई रास्ता ढूंढ ही ले रहे हैं ये अधिकारी कोयला कांटा से एक बात फिर ओवरलोड गाड़ियां पार करने लगे हैं। शायद इसकी जानकारी परियोजना प्रमुख को नहीं है?
मिली जानकारी के अनुसार परियोजना के कोयला कांटे से प्रतिदिन कुछ ट्रांसपोर्टरों के गाड़ियों को स्पेशल छूट के तहत ओवरलोड करके पार कराया जा रहा है सूत्र बताते हैं कि ओवरलोड कराई जा रही ट्रेलर वाहनों के ओवरलोड का सुविधा शुल्क कांटा बाबू से लेकर कुछ अधिकारियों तक जाते हैं। क्या सच में इस खेल से परियोजना के डिस्पैच अधिकारी अनजान है?
ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि-
- परियोजना के कोयला कांटे से निकलने वाली गाड़ियों में परिवहन विभाग के तरफ से निर्धारित लोड से अधिक मात्रा में कोयला कैसे लोड कर पार कराया जा रहा है?
- परिवहन विभाग के द्वारा निर्धारित क्षमता के विपरीत ओवरलोड की पर्ची किस नियम के तहत कोयला कांटे से काटकर दी जा रही है?