सैंकड़ों करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार सैंट्रल हलका से विधायक रमन अरोड़ा के केस में उस समय नया मोड़ आ गया जब माननीय अदालत द्वारा अंतरिम जमानत पर बाहर आए विधायक अरोड़ा के बेटे राजन अरोड़ा को विजिलेंस द्वारा करीब 35 सवाल का एक क्वैश्चनेयर (दस्तावेज) दिया गया है, जिसमें उनकी एवं उनके रिश्तेदार कंपनी की ट्रांजेक्शन से लेकर उनके नाम पर प्रॉपर्टी और अन्य कई सवाल पूछे गए हैं, जिनका जवाब देने को लेकर विजिलेंस द्वारा बेटे राजन अरोड़ा को समय दिया गया है।
सूत्रों की मानें विजिलेंस अधिकारियों द्वारा गत दिनों विधायक रमन अरोड़ा के खिलाफ चार्जशीट तो फाइल कर दी गई थी, लेकिन वहीं दूसरी ओर बेटे राजन अरोड़ा को हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद विजिलेंस की इन्वैस्टिगेशन ज्वाइन करने को लेकर हुक्म दिया गया था। जिसके बिनाह पर राजन अरोड़ा विजिलेंस के समक्ष पेश हुआ है।
सूत्रों की मानें तो विधायक रमन अरोड़ा के बेटे राजन अरोड़ा को डी.एस.पी. विजिलेंस ने इन्वैस्टिगेशन ज्वाइन करते वक्त उनसे लंबी पूछताछ के बाद कुल 35 सवालों का एक डॉक्यूमैंट दिया है, जिसमें उनके रिश्तेदार की जगदम्बे फैशन ज्योति चौक, एम.एल.ए दफ्तर के साथ स्थित 5 दुकानों, उनके एवं उनके रिश्तेदारों के खाते में आए करोड़ों रुपए की ट्रांजैक्शन के साथ उनकी कपड़े की फर्म की टर्नओवर और इसी के साथ शहर में उनके द्वारा जो उनके रिश्तेदारों के नाम पर प्रॉपर्टियां बनाई हैं, उनके बारे विवरण मांगा है।
अधिकारिक सूत्रों की मानें तो विजिलेंस इन सवालों के जवाब लेने के लिए बेटे राजन अरोड़ा को कुछ दिनों का समय दिया गया है। खासकर एक अहम कड़ी जो विजिलेंस ढूंढना चाहती है कि किस तरह राजन अरोड़ा और विधायक रमन अरोड़ा समधी राजू मदान के साथ मिलकर इस सारे नैक्सस को चला रहे थे।