महीने की आखिरी तारीख तक मिडिल क्लास व्यक्ति अगले महीने की सैलरी का इंतजार करने लगता है। हम नौकरी से मिलने वाली इनकम पर इतना निर्भर हो चुके हैं कि सैलरी के अनुसार ही खर्चा करते हैं। वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी आशियाना फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ अनिरुद्ध गुप्ता को ऐसी टिप्स दे रहे हैं, जिसके जरिए आप फाइनेंशियल फ्री हो जाएंगे।
अपने खर्चों का आकलन करें
सबसे पहले आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण करना होगा। इसके लिए आपको भविष्य में होने खर्चों के लिए पहले से ही सेविंग करनी होगी। नियम के अनुसार आपको एक साल में होने वाले खर्च का 25 गुना जमा करना होगा। मसलन अगर किसी व्यक्ति का एक साल का खर्चा 3,00,000 रुपये है, तो उसे 75 लाख रुपये सेव करने होंगे। आप 75 लाख रुपये का फंड, म्यूचुअल फंड या शेयर बाजार में निवेश कर भी बना सकते हैं।
खर्चों पर काबू रखें
आपको अपने हर महीने होने वाले खर्चों पर नज़र रखनी होगी। इसके लिए आप फॉर्मूला जैसे निवेश – बचत = खर्च का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसा कर आप निवेश और बचत दोनों को प्राथमिकता देते हैं। हमें ऐसे खर्चों पर नियंत्रण करना होगा, जो बेफिजूल हो। इन खर्चों को आपको जल्द से जल्द रोकना चाहिए।
Large और बैलेंस फंड में निवेश करें
आपको निवेश के लिए ऐसे फंड चुनने चाहिए, जिसमें जोखिम कम से कम हो। जैसे लार्ज और हाइब्रिड फंड। इनमें मिलने वाला रिटर्न भी बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। लेकिन इसे कम जोखिम वाला माना जाता है। वहीं आप स्मॉल और मिड कैप फंड में एसआईपी कर सकते हैं।
मार्केट गिरने पर करें खरीदारी
ऐसा कहा जाता है कि मार्केट गिरने पर हमें ज्यादा से ज्यादा खरीदारी करनी चाहिए। ये समय खरीदारी के लिए सबसे बेहतर माना जाता है।
मार्केट से जुड़ा ज्ञान बढ़ाएं
इसके साथ ही आप अगर म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं, तो आपको मार्केट से जुड़ी जानकारी और ज्ञान बढ़ाने की जरूरत है। इसे आप अपना रिस्क अच्छे से आकलन कर पाएंगे।
इनकम के सोर्स बढ़ाएं
अगर आप सैलरी पर कम से कम निर्भर होना चाहते हैं, तो आपको इनकम के सोर्स बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए आपको ज्यादा से ज्यादा निवेश पर ध्यान देना होगा।