नई दिल्ली। गैंगवार में सोनीपत के मुरथल में वीर ढाबा पर दीपक उर्फ भांजा नाम के बदमाश पर ताबड़तोड़ गोलियां चला बेरहमी से हत्या कर देने के मामले में शामिल राकेश कादियान उर्फ पम्पू को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। फरवरी में वारदात के बाद से वह फरार था।
दिल्ली में ठिकाना बना वह अपने गिरोह की गतिविधियों को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहा था लेकिन इससे पहले उसे दबोच लिया गया। इस पर हरियाणा पुलिस की तरफ से 20 हजार रुपये का इनाम था। इसके कब्जे से एक सेमी-आटोमैटिक पिस्टल, चार कारतूस व ब्रेजा कार जब्त की गई है।
सूचना को विकसित कर सेल ने रविवार को राकेश को अवैध हथियार के साथ रोहिणी में ब्रेजा कार को रोक कर दबोच लिया। राकेश ने पानीपत के एसडी कालेज से सूचना प्रबंधन में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। 2010 में अपने गांव के रहने वाले श्रवण नामक व्यक्ति द्वारा उसके चाचा की हत्या के बाद उसने अपराध का रास्ता चून लिया। उक्त मामले में वह चश्मदीद गवाह है। बदला लेने के लिए राकेश ने अपने साथियों के साथ मिलकर श्रवण पर हमला किया उसपर कई गोलियां चलाईं लेकिन हमले में वह बच निकला।
2014 में राकेश के साले विनोद की दीपक और उसके साथियों ने हत्या कर दी। तब साले की हत्या का बदला लेने के लिए राकेश ने दीपक और उसके समर्थकों को खत्म करने की ठानी। इस कोशिश में उसने दीपक के समर्थक माने जाने वाले कई लोगों की हत्या कर दी। विरोध में 2017 में राकेश पर भी पानीपत कोर्ट में हमला किया जिसमें उसके सिर, रीढ़ की हड्डी और दोनों हाथों में चार गोलियां लगी थीं, लेकिन वह बच गया।
इसके बाद उसने दिल्ली में अपने गिरोह की मौजूदगी को फिर से स्थापित करने की कोशिश की, हालांकि 2023 में स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर उसकी योजना विफल हो गई। 2024 में उसे पैरोल पर रिहा किया गया तब फरवरी में उसने साले की हत्या का बदला लेते हुए मुरथल में दीपक की हत्या कर दी। तब से वह फरार था।