गोरखपुर
चिड़ियाघर घुमने आने वाले दर्शकों के लिए राहत भरी खबर है। छह जून को भोपाल भेजा गए 35 वन्यजीवों की रिपोर्ट शुक्रवार की सुबह आई। संक्रमित समेत सभी वन्यजीव निगेटिव और स्वस्थ मिले है। प्राणी उद्यान के निदेशक द्वारा इसकी जानकारी प्रधान मुख्य वन संरक्षक को दे दी गई है।
उम्मीद है कि मंगलवार से चिड़ियाघर को दर्शकों के लिए खोला जा सकता है। शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में बाघिन शक्ति की मौत के मामले में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। 12 मई को भोपाल से रिपोर्ट आई थी। 13 मई से ही चिड़ियाघर को दर्शकों के लिए बंद कर दिया गया।
इसके बाद अन्य वन्यजीवों का नमूना लेकर जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च पशु रोग संस्थान, भोपाल भेजे गए थे। 23 मई को आई रिपोर्ट में बाघिन मैलानी, तेंदुए के दो शावक, हिमालयन गिद्ध और काकाटील में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसमें भी काकाटील की मौत हो गई। अन्य को आइसोलेट कर इलाज किया गया।
इसके बाद संक्रमित समेत वन्यजीवों का 42 नमूना 26 मई को जांच के लिए भोपाल भेजा गया। जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। इसके बाद फिर से छह जून को चिड़ियाघर प्रशासन ने 35 नमूना जांच के लिए भेजा था।
चिड़ियाघर के निदेशक विकास यादव ने बताया कि दूसरी बार भेजे गए 35 नमूनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। पहली रिपोर्ट भी निगेटिव आई थी। दो बार रिपोर्ट आने के बाद तीन से चार दिन में चिड़ियाघर को दर्शकों के लिए खोलने का निमय है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक को इसकी जानकारी दे दी गई है। निर्देश मिलने पर मंगलवार से चिड़ियाघर को खोलने की उम्मीद है।
पांच वन्यजीवों की हो चुकी है मौत
चिड़ियाघर में डेढ़ माह के अंदर पांच वन्यजीवों की मौत हो चुकी है। 30 मार्च को पीलीभीत से रेस्क्यू कर लाए गए बाघ केसरी की मौत सबसे पहले हुई थी। इसके बाद पांच मई को मादा भेड़िया भैरवी, सात को बाघिन शक्ति और आठ मई को तेंदुआ मोना की मौत हुई थी। 23 मई को एक काकाटील की भी मौत हो गई थी।