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पटना
स्कूल बंद होने के कारण अब किशोरियों को सर्वाइकल कैंसर से बचाने वाली एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) का टीका घर के नजदीकी अस्पताल में लगवा सकते हैं। सिविल सर्जन डा. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल, गर्दनीबाग अस्पताल, दानापुर अनुमंडल अस्पताल, फुलवारीशरीफ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मुख्य सचिवालय व शास्त्रीनगर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एचपीवी टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध है।
इसके अलावा आइजीआइएमएस, पीएमसीएच व एनएमसीएच में भी सरकारी एचपीवी वैक्सीन उपलब्ध करा दी गई है। आधार कार्ड दिखाकर 9 से 14 वर्ष की बालिकाएं एचपीवी टीकाकरण करा सकती हैं।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरोधी योजना के अंतर्गत 9 से 14 वर्ष की बालिकाओं का एचपीवी टीकाकरण किया जा रहा है। इससे सर्वाइकल समेत कई अन्य कैंसर से बच्चियों को 95 प्रतिशत सुरक्षा मिलेगी। जिन बच्चियों का एचपीवी टीकाकरण किया जाएगा उनका डेटा पोर्टल पर अनिवार्य रूप से अपलोड करना है।
बताते चलें कि जिला भंडारगृह में 5000 एचपीवी वैक्सीन उपलब्ध हैं। सभी किशोरियों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, डब्ल्यूजेसीएफ व यूएनडीपी जैसी संस्थानों का सहयोग ले रहा है। यूएनडीपी के आशुतोष रंजन को एचपीवी पोर्टल संचालन, कर्मियों को प्रशिक्षित करने समेत निगरानी के लिए नोडल बनाया गया है।
मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरोधी योजना का लक्ष्य है कि किशोरियों को समय रहते सर्वाइकल कैंसर से बचाया जा सके। सभी स्वास्थ्य केंद्रों और विद्यालयों से अभियान को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की गई है।
बताते चलें कि जिला भंडारगृह में 5000 एचपीवी वैक्सीन उपलब्ध हैं। सभी किशोरियों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, डब्ल्यूजेसीएफ व यूएनडीपी जैसी संस्थानों का सहयोग ले रहा है। यूएनडीपी के आशुतोष रंजन को एचपीवी पोर्टल संचालन, कर्मियों को प्रशिक्षित करने समेत निगरानी के लिए नोडल बनाया गया है।
मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरोधी योजना का लक्ष्य है कि किशोरियों को समय रहते सर्वाइकल कैंसर से बचाया जा सके। सभी स्वास्थ्य केंद्रों और विद्यालयों से अभियान को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की गई है।