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छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में आदिवासी युवती का अपहरण कर बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म करने की घटना सामने आई है। पीड़िता ने गुरुवार को आपबीती सुनाते हुए आरोप लगाया कि एक जून को उसका अपहरण किया गया।
जबरन शादी कराकर 12 दिन तक बंधक बनाकर रखा
जबरन शादी कराकर 12 दिन तक बंधक बनाकर रखा गया। उसने सात आरोपितों पर दुष्कर्म के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।
आरोपितों में एक नाबालिग भी
आरोपितों में मोंटी अल्डक, शीतल, सुनील कंटक, निरंजन ठाकरे, मनीषा ठाकरे, अंजू चंदेल और एक 16 वर्षीय नाबालिग शामिल हैं। देहात थाना छिंदवाड़ा के प्रभारी जीएस राजपूत ने बताया कि एक जून को युवती एक वेयर हाउस में मजदूरी करने गई थी।
शाम को वह बाजार में सामान खरीदने गई थी। उस समय आरोपित अंजू ने शीतल को फोन कर बुलाया और फिर मोंटी के साथ जबरन उसे गुरैया देव स्थित घर ले गए। रातभर युवती को कमरे में बंद करके रखा गया।
फर्जी विवाह कराकर किया दुष्कर्म
पीड़िता ने बताया कि अगले दिन आरोपित उसे मारपीट कर गाड़ी में डालकर छिंदवाड़ा के पातालेश्वर मंदिर ले गए। यहां सुनील कंटक से उसका फर्जी विवाह करवाया गया।
पीड़िता ने बताया कि अगले दिन आरोपित उसे मारपीट कर गाड़ी में डालकर छिंदवाड़ा के पातालेश्वर मंदिर ले गए। यहां सुनील कंटक से उसका फर्जी विवाह करवाया गया।
13 जून की रात करीब 11 बजे युवती इमलीखेड़ा थाना क्षेत्र में मिली। उसके साथ दो महिलाएं और एक पुरुष भी था। उन्होंने पुलिस को बताया कि गुमशुदगी की सूचना पढ़कर उन्होंने युवती को पहचाना और थाने लेकर आए हैं।