ट्राइएज में मरीजों को मिलेगी तत्काल उपचार की सुविधा
आयुक्त ने कहा कि ट्राइएज संचालन प्रक्रिया का अनुपालन सभी संबंधित पदाधिकारी सुनिश्चित करें। इसके लिए उपाधीक्षक को मुख्य आकस्मिक चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में नामित किया गया है। ट्राइएज में आने वाले मरीजों को तत्काल प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने के बाद संबंधित विभाग की इमरजेंसी को भेज दिया जाएगा। वहां तत्काल मरीज को भर्ती कर आगे का उपचार किया जाएगा।
नए भवन में 10 विभागों की ओपीडी शिफ्ट
आयुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री ने तीन मई को पीएमसीएच के टावर (I) एवं (II) में 1,117 शय्या के अस्पताल का उद्घाटन किया था। इन दो नए भवनों से मरीजों को उत्कृष्ट सुविधा प्राप्त हो रही है। शेष कार्यों को मार्च 2027 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। इसके बाद 5,462 बेड की सुविधा के साथ पीएमसीएच देश का सबसे बड़ा एवं विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बन जाएगा।
तीन स्थानों पर फ्लाई ओवर से जुड़ जाएगा पीएमसीएच
जेपी गंगा पथ एवं मखनियां कुआं के रास्ते पीएमसीएच आने के मार्ग को अतिक्रमणमुक्त रखने का निर्देश दिया। अशोक राजपथ से नवनिर्मित डबल डेकर फ्लाईओवर से भी पीएमसीएच की कनेक्टिविटी का कार्य हो रहा है। तीन मल्टी लेवल पार्किंग से पीएमसीएच तीन स्थानों पर डबल डेकर फ्लाईओवर से जुड़ जाएगा।
साढ़े छह महीने में ओपीडी में देखे गए ढाई लाख मरीज
अधीक्षक ने बताया कि एक दिसंबर 24 से 15 जून तक ओपीडी में 2,46,231 मरीजों को देखा गया। ओपीडी के माध्यम से भर्ती किए गए 36,144 मरीजों को आइपीडी की सुविधा दी गई। इसी अवधि में 11,58,077 पैथोलोजी जांच की गई। साथ ही 6,486 मेजर तथा 16,399 माइनर आपरेशन किया गया।