2.5kViews
1941
Shares
पटना
रोगी कल्याण समिति की बैठक में शामिल होने बुधवार को पहुंचे प्रमंडलीय आयुक्त डा. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने तीन मई को पीएमसीएच के टावर (I) एवं (II) में 1,117 शैय्या के अस्पताल का उद्घाटन किया था। इन दो नए भवनों से मरीजों को उत्कृष्ट सुविधा प्राप्त हो रही है। शेष कार्यों को मार्च 2027 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। इसके बाद 5,462 बेड की सुविधा के साथ पीएमसीएच देश का सबसे बड़ा एवं विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बन जाएगा।
नवनिर्मित दोनों भवनों में 10 विभागों की ओपीडी शिफ्ट कर दी गई है। इनमें औषधि, जेरियाट्रिक, मेडिसिन, पीएसएम, शिशु, कार्डियोलाजी, स्त्री एवं प्रसूति रोग, पीएमआर, दंत, चर्म एवं रति रोग, कान, नाक एवं गला वाह्य विभाग का संचालन किया जा रहा है। अन्य विभागों का ओपीडी स्थानांतरण प्रक्रियाधीन है।
30 जून तक नवनिर्मित भवनों में इमरजेंसी और आइपीडी का संचालन किया जाना है। अधीक्षक को अन्य विभागों की इमरजेंसी नए भवनों में प्राथमिकता के आधार पर जल्द क्रियाशील करने का निर्देश दिया। आयुक्त ने कहा कि निरीक्षण में व्यवस्था संतोषजनक पाई गई।
साढ़े छह महीने में ओपीडी में देखे गए ढाई लाख मरीज
अधीक्षक ने बताया कि एक दिसंबर 24 से 15 जून तक ओपीडी में 2,46,231 मरीजों को देखा गया। ओपीडी के माध्यम से भर्ती किए गए 36,144 मरीजों को आइपीडी की सुविधा दी गई। इसी अवधि में 11,58,077 पैथोलोजी जांच की गई। साथ ही 6,486 मेजर तथा 16,399 माइनर आपरेशन किया गया।
वहीं 68,500 मरीजों को इमरजेंसी में देखा गया। सामान्य प्रसव की संख्या 736 तथा सिजेरियन सेक्शन की संख्या 1,120 है। कुल 4,427 एमआरआइ, 11,417 सीटी स्कैन, 26,488 यूएसजी; 52,523 एक्स-रे तथा 4,094 डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध करायी गई। मरीजों के लिए सभी आवश्यक दवाओं की आपूर्ति की जाती है।
वहीं 68,500 मरीजों को इमरजेंसी में देखा गया। सामान्य प्रसव की संख्या 736 तथा सिजेरियन सेक्शन की संख्या 1,120 है। कुल 4,427 एमआरआइ, 11,417 सीटी स्कैन, 26,488 यूएसजी; 52,523 एक्स-रे तथा 4,094 डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध करायी गई। मरीजों के लिए सभी आवश्यक दवाओं की आपूर्ति की जाती है।
आयुक्त ने बीएमएसआइसीएल के डीजीएम को दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता का निर्देश दिया। बैठक में अपर नगर आयुक्त, क्षेत्रीय अपर निदेशक (स्वास्थ्य सेवाएं), आइएमए के प्रतिनिधि, अपर जिला दंडाधिकारी राजीव रौशन समेत अन्य पदाधिकारी व चिकित्सक शामिल थे।