हिंदू संगठनों ने किया था विरोध
बता दें कि कई हिंदू संगठन मंदिर परिसर में मुस्लिम कर्मचारियों की उपस्थित पर आपत्ति दर्ज कर चुके हैं। उनका कहना है कि शनि भगवान के मंदिर में गैर-हिंदू कर्मचारियों का क्या काम है? यही नहीं, हिंदू संगठनों ने मंदिर ट्रस्ट को चेतावनी दी थी अगर उन्होंने मुस्लिमों को मंदिर से बाहर नहीं निकाला तो 14 मार्च को वो बड़े स्तर पर धरना प्रदर्शन शुरू कर देंगे।
सपा नेता ने उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी के नेता रईस शेख ने भी मंदिर ट्रस्ट के इस फैसले की आलोचना की है। उनका कहना है, “धर्म के आधार पर कर्मचारियों को नौकरी से निकालना नागरिक अधिकारों का उल्लंघन है। यह अवैध और मनमाना फैसला है।”
क्यों मशहूर है यह मंदिर?
बता दें कि शनि शिंगणापुर मंदिर काफी पुराना है। यहां भगवान शनिदेव की मूर्ति खुले आसमान के नीचे रखी है। वहीं, शनि शिंगणापुर देश का अकेला ऐसा गांव है, जहां किसी भी घर में दरवाजा नहीं है। हाल के समय में मुस्लिम कर्मचारियों के कारण यह मंदिर विवादों में आ गया है।