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गोरखपुर
पूर्वांचल का ‘मरीन ड्राइव’ नौकायन मार्ग पर हर दिन सैकड़ों की भीड़ होती है। यहां आने वाले लोग स्ट्रीट फूड जोन समेत अन्य दुकानों पर लजीज व्यंजन व फास्ट फूड का स्वाद लेने जाते है। लेकिन, इस जोन में बनी 100 से अधिक दुकानों में से किसी में भी आग लग गई तो लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है।
किसी भी दुकान पर आग बुझाने की व्यवस्था नहीं है। अंदर आने-जाने के लिए भी एक ही प्रवेश द्वार है। जेएसआर गार्डन की दुकानों में आग लगने के बाद जागरण ने शुक्रवार को नौकायन मार्ग पर स्थित दुकानों की पड़ताल की तो कई खामियां मिली।
नौका विहार के सामने बने स्ट्रीट फूड लेन में दोनों तरफ फास्ट फूड की दुकानें बनी हैं। एक लेन में करीब 50 दुकानें हैं। सभी दुकानें एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। इसमें चाउमिन, बर्गर, मनचूरियन, डोसा, चाट आदि मिलता है।
शुक्रवार की शाम चार बजे यहां पर स्थित दुकानों में लोग परिवार के साथ अलग-अलग व्यंजन का स्वाद ले रहे थे। जोन के एक लेन में दोनों तरफ की दुकानें खुली थी। दुकानों के बीच में लगे कुर्सी-मेज पर लोग दोस्त और परिवार के साथ व्यंजन का स्वद ले रहे थे। पैदल आने-जाने के लिए थोड़ी सी जगह थी।
उधर, दुकानदार आर्डर मिलने पर चूल्हे की तेज लौ पर व्यंजन बना रहे थे। तड़का लगाने पर कड़ाई से निकलने वाली तेज लपटें दुकान के छज्जे को छू रही थीं। लेकिन, आग लगने पर अंदर न तो पानी रखे थे और न ही अग्निशमन यंत्र, बालू या अन्य संसाधन का प्रबंध था।
फूड जोन में दुकाने भी ऐसी बनी है कि सभी एक दूसरे से सटी हुई है। अगर एक दुकान में किसी कारण से आग लग जाए तो कई दुकाने उसकी चपेट में आ जाएं। वहीं अंदर बैठे लोगों को निकलने भी परेशानीं होगी। जो जगह आने-जाने के लिए बना है, उसे दुकानदारों ने कुर्सी और मेज लगाकर घेर लिया है।
अग्निशमन के वाहनों को भी वहां पहुंचने में दिक्कत होगी। यहीं हाल स्ट्रीट फूड जोन के आसपास बनी दुकानों का भी है। जहां भीड़ तो है लेकिन आग लगने पर त्वरित बुझाने के संसाधन नहीं है।
जेएसआर गार्डन में पसरा रहा सन्नाटा
गुरुवार को दोपहर 2:20 बजे जेएसआर गार्डन में स्थित नैनीताल मोमोज की दुकान के एग्जास्ट फैन में धुंआ निकला। इसके बाद यह आग फाल सीलिंग के जरिये दूसरी दुकानों तक पहुंच गई। जिससे नैनीताल मोमोज, रेस्टोरेंट कैफे डियोना, खानदान, रोबिन बास्किन और डोसा लैंड में सारा सामान जलकर खाक हो गया था। इसके बाद शुक्रवार को यहां पर सन्नाट पसरा था। दुकानों का सामान बाहर निकालकर पुन: निर्माण कार्य चल रहा था। इसके बंद होने से यहां आने वाले लोगों की भीड़ दूसरे दुकानों पर पहुंच रही थी।
आग से बचाव के लिए ये प्रबंध होने जरूरी
- व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में स्प्रिंकलर सिस्टम की आवश्यकता होती है, खासकर जहां उच्च जोखिम वाली सामग्री मौजूद हो।
- आग लगने की स्थिति में कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए सुरक्षित और सुलभ निकास मार्ग होना आवश्यक है।
- अग्नि अलार्म स्थापित होने चाहिए जो आग लगने पर चेतावनी प्रदान कर सकें।
- व्यवसाय के मालिक को कर्मचारियों को अग्नि सुरक्षा के बारे में प्रशिक्षित करना चाहिए, ताकि वे आग लगने की स्थिति में उचित कार्रवाई कर सकें।
- सभी अग्निशमन उपकरण, जैसे कि अग्निशमन यंत्र, स्प्रिंकलर सिस्टम और अग्नि अलार्म, अच्छी स्थिति में होने चाहिए और नियमित रूप से रखरखाव किया जाना चाहिए।