ब्लड प्रेशर की जांच
हाई ब्लड प्रेशर एक साइलेंट किलर की तरह है, जो लंबे समय तक बिना लक्षण दिखाए शरीर को नुकसान पहुंचाता है। उम्र बढ़ने के साथ हाई बीपी का खतरा बढ़ जाता है, जिससे दिल की बीमारियां, हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी की बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए साल हर 2-3 महीने पर ब्लड प्रेशर टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
ब्लड शुगर टेस्ट
डायबिटीज आजकल एक आम बीमारी बन गई है। अगर समय रहते इसका पता न चले, तो यह शरीर को काफी नुकसान पहुंचा सकती है। ज्यादा ब्लड शुगर की वजह से आंखों, किडनी, लिवर, हार्ट, नर्वस को नुकसान होता है। इसलिए ब्लड शुगर की जांच करवा लेने में ही भलाई है, ताकि डायबिटीज का शुरुआती स्टेज में पता चल जाए। इसलिए अगर आपको डायबिटीज नहीं है, तो भी हर 6 महीने में ब्लड शुगर की जांच जरूर करवाएं।
लिपिड प्रोफाइल टेस्ट
हाई कोलेस्ट्रॉल दिल की बीमारियों का सबसे बड़ा कारण है। यह आर्टरीज में जमकर ब्लॉकेज पैदा कर सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए हार्ट डिजीज के रिस्क को कम करने के लिए लिपिड प्रोफाइल टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। अगर आपको हार्ट से जुड़ी या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं है, तो साल में कम से कम एक बार जरूर लिपिड प्रोफाइल टेस्ट करवाएं।
प्रोस्टेट-स्पेसिफिक एंटीजेन (PSA) टेस्ट
पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता है और इसके लक्षण जल्दी नजर नहीं आते हैं। PSA टेस्ट प्रोस्टेट कैंसर का शुरुआती स्टेज में पता लगाने में मदद करता है। साथ ही, यह प्रोस्टेट ग्लैंड के फंक्शन का भी पता लगाने में मदद कर सकता है। इसलिए अगर आपकी उम्र 50 साल हो चुकी है, तो साल में 1-2 बार यह टेस्ट जरूर करें।
लिवर और किडनी फंक्शन टेस्ट
लिवर और किडनी शरीर के बेहद जरूरी अंग हैं, जो टॉक्सिन्स को बाहर निकालने का काम करते हैं। हालांकि, उम्र बढ़ने के साथ इन ऑर्गन्स की काम करने की क्षमता कम होने लगती है। इसलिए समय-समय पर लिवर और किडनी की जांच करवानी जरूरी है। इसलिए अगर आपको कोई समस्या नहीं है, तो साल में कम से कम एक बार लिवर और किडनी फंक्शन टेस्ट जरूर करवाएं।