पीड़ित ने दिए आवेदन में बताया कि पुल निर्माण निगम के द्वारा बंगराघाट पुल के एप्रोच पथ बनाने को लेकर भूमि अधिग्रहण किया गया था, लेकिन इसका मुआवजा भुगतान नहीं किया गया है।

कई बार दिया गया आवेदन

इसके लिए उन्होंने अपने स्तर से कई बार संबंधित विभाग को आवेदन दिया। कोई संज्ञान नहीं लिया गया। बिना उन्हें मुआवजा भुगतान किए ही एप्रोच पथ का निर्माण भी पूरा कर लिया गया।

उन्होंने डीएम से अपने स्तर से मामले की छानबीन कर मुआवजा भुगतान करने का अनुरोध किया है। कहा कि अगर मुआवजा भुगतान नहीं किया गया तो सपरिवार आत्मदाह कर लेंगे।
विदित हो कि पूर्व में समाहरणालय परिसर में बासगीत पर्चा की भूमि पर कब्जा नहीं मिलने के कारण कांटी के बिंदालाल ने आत्मदाह कर लिया था। इस घटना के बाद अब तक उनके परिवार को दूसरी भूमि प्रशासन की ओर से मुहैया नहीं कराई गई।