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औरंगाबाद
सदर प्रखंड के ओरा गांव में मंदिर के पास ट्रामा सेंटर का निर्माण कराया जाएगा। ट्रामा सेंटर का भवन बनाने के लिए 30 डिसमिल जमीन चिन्हित किया गया है। जमीन सरकारी है। डीएम के द्वारा जमीन का निरीक्षण किया गया है। ट्रामा सेंटर का भवन का निर्माण कार्य बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम (बीएमएसआइसीएल ) के द्वारा कराया जाएगा।
निगम के द्वारा राज्य सरकार को समर्पित प्राक्कलन के आधार पर ट्रामा सेंटर के भवन निर्माण के लिए नौ करोड़ 64 लाख रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है। डीएम श्रीकांत शास्त्री ने मंगलवार को बताया कि ट्रामा सेंटर के भवन निर्माण के लिए सदर प्रखंड के ओरा गांव में 30 डिसमिल जमीन को चिन्हित कर बीएमएसआइसीएलबीएम को दिया गया है।
बीएमएसआइसीएल के द्वारा ट्रामा सेंटर की निविदा निष्पादन के बाद कार्य शुरू कराया जाएगा। बताया कि जिले में ट्रामा सेंटर का निर्माण एक बड़ी उपलब्धी है।
ट्रामा सेंटर से घायलों को त्वरित इलाज से जान बचेगी
इससे जीटी रोड से लेकर अन्य सड़कों पर दुर्घटना में घायल होने वाले यात्रियों को त्वरित बेहतर इलाज की व्यवस्था होगी। डीएम ने कहा कि ट्रामा सेंटर से घायलों को त्वरित इलाज से जान बचेगी। बताया गया कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ट्रामा सेंटर का निर्माण गुणवत्तायुक्त हो। सिविल सर्जन और प्रभारी पदाधिकारी के द्वारा यह संपुष्टि कराई जाएगी कि कार्य प्राक्कलन के तहत कराया गया है।
कार्य समय सीमा के अंदर कराने का पूरा प्रयास होगा। ट्रामा सेंटर के भवन निर्माण कार्य में विलंब के कारण अगर प्राक्कलित राशि की पुनरीक्षण की जरूरत पड़ी तो इसके लिए बीएमएसआइसीएल के पदाधिकारी जिम्मेवार माने जाएंगे। बता दें कि ट्रामा सेंटर के निर्माण की स्वीकृति 28 फरवरी को दी गई है। बताया गया कि प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने यहां ट्रामा सेंटर खोलने की घोषणा की थी।
9.64 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद राज्य सरकार ने ट्रामा सेंटर के भवन निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में 9.64 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी है। बता दें कि जिले में जीटी रोड से लेकर एनएच 139 और अन्य सड़कों पर सड़क हादसे में प्रत्येक वर्ष 300 से अधिक यात्रियों की मौत होती है। करीब ढाई सौ यात्री घायल होते हैं। घायलों में अधिकांश की मौत सही समय पर इलाज नहीं होने के कारण होती है।