व्हाइट हाउस ने जारी किया बयान
ट्रंप ने भारत पर टैरिफ को लेकर कही ये बात
भारत को टैरिफ से कोई नुकसान नहीं
जवाबी टैरिफ से फिलहाल व्यापार पर कोई असर नहीं
सूत्रों के मुताबिक पारस्परिक शुल्क किसी भी रूप में लगने पर फिलहाल भारत के निर्यात पर इसका असर नहीं होगा, क्योंकि अचानक दो देशों के बीच सप्लाई चेन ठप नहीं होती है। दूसरी बात है कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर वार्ता को आगे बढ़ाने पर काम शुरू हो गया है। इसके पहले चरण को इस साल तक पूरा कर लिया जाना है। ऐसे में भारत के पास अमेरिका के हिसाब से अपने शुल्क को कम या बढ़ाने का समय मिल जाएगा।
आखिर क्या चाहता है अमेरिका
अमेरिका चाहता है कि भारतीय बाजार में माल भेजने पर लगने वाले शुल्क में अच्छी कटौती की जाए। अमेरिका बार-बार भारत को अधिक शुल्क वसूलने वाला देश मानता है। अमेरिका भारत में अपनी टेक कंपनियों पर लगने वाले शुल्क व डाटा को भारत से बाहर नहीं जाने देने की नीति को भी व्यापार में बाधा मानता है।
अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक सहभागी
सूत्रों के मुताबिक द्विपक्षीय बातचीत के द्वारा इनमें से कई मसलों का हल निकल सकता है। भारत अमेरिका के बाजार को कभी खोना नहीं चाहेगा, क्योंकि भारत के वस्तु निर्यात में 20 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी अमेरिका की है और अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक सहभागी है। पिछले छह-सात सालों में दोनों देशों के बीच व्यापार दोगुना हो गया है और अमेरिका ने वर्ष 2030 तक दोनों देशों के बीच व्यापार को 500 अरब डालर तक ले जाने का लक्ष्य तय किया है।
अमेरिकी कृषि उत्पादों पर भारत लगाता है 100 प्रतिशत टैरिफ
व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा कि अमेरिकी कृषि उत्पादों पर भारत 100 प्रतिशत टैरिफ लगाता है। अन्य देशों द्वारा लगाए जाने वाले ऊंचे टैरिफ के चलते यह उन राष्ट्रों में अमेरिकी उत्पादों को निर्यात करना तकरीबन असंभव बना देता है। ये सभी देश काफी लंबे समय से अमेरिका को नुकसान पहुंचा रहे थे।
20 प्रतिशत आयात टैरिफ की सिफारिश
ट्रंप के सहयोगियों ने एक योजना का मसौदा तैयार किया है, जिसमें अमेरिका में आयात होने वाले अधिकांश उत्पादों पर 20 प्रतिशत टैरिफ की सिफारिश की गई है। वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, एक-एक को निशाना बनाकर टैरिफ लगाने की बजाय ट्रंप के सहयोगी एक ऐसी योजना लागू किए जाने की सिफारिश कर रहे हैं जिससे तकरीबन हर देश से आने वाले उत्पादों पर टैरिफ को 20 प्रतिशत कर दिया जाए।
उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कही ये बात
अमेरिकी सरकार का मानना है कि नए टैरिफ से इसके पास छह लाख करोड़ डॉलर आ जाएंगे, जिन्हें अमेरिकी नागरिकों को छूट के रूप में दिया जा सकता है। भारत की टैरिफ नीतिकेंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि देश की टैरिफ नीति का लक्ष्य व्यापार को विनियमित करना, घरेलू उद्योगों की रक्षा और आयातित और निर्यातित उत्पादों पर कर लगाकर राजस्व पैदा करना है।
भारत मुक्त व्यापार समझौते की तरफ बढ़ रहा है
बदलते व्यापारिक परिदृश्य के साथ भारत मुक्त व्यापार समझौते की तरफ बढ़ रहा है जहां पर्याप्त व्यापार पर सीमा शुल्क और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम या समाप्त किया जा सकता है। भारत के टैरिफ कम करने का उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ाना और अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रतिस्पर्धात्मकता को बेहतर बनाना है।