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ठाणे
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जिले के सभी बैंकों से अपील की कि वे ग्राहकों से संवाद के लिए मराठी भाषा का इस्तेमाल करें। उन्होंने इसके लिए बैंकों में पत्र भी वितरित किए जिसमें जोर दिया गया कि ग्राहकों से संवाद की प्राथमिक भाषा मराठी होनी चाहिए।
महाराष्ट्र में बढ़ रहा मराठी विवाद
कार्यकर्ताओं ने शहर में एक बैंक के बाहर लगे बैनर को भी हटा दिया क्योंकि उस पर मराठी में कोई टेक्स्ट नहीं था। मनसे के जिला प्रमुख अविनाश जाधव ने कहा कि ”बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा मराठी के प्रति अनादर को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले एक रैली में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने आधिकारिक उद्देश्यों के लिए मराठी को अनिवार्य बनाने पर अपनी पार्टी के रुख को दोहराया था।
‘MPSC परीक्षाएं मराठी में की जाएंगी आयोजित’, CM फडणवीस ने की घोषणा
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग (एमपीएससी) के जरिये आयोजित सभी प्रतियोगी परीक्षाएं अब मराठी में ली जाएंगी। उन्होंने राज्य विधान परिषद में शिवसेना (यूबीटी) विधायक मिलिंद नार्वेकर द्वारा उठाए गए एक सवाल का जवाब देते हुए इस आशय की घोषणा की।
विधायक मिलिंद नार्वेकर ने कही ये बात
नार्वेकर ने कहा कि कृषि और इंजीनियरिंग से जुड़ी कुछ परीक्षाएं सिर्फ अंग्रेजी भाषा में ही ली जाती हैं। उन्होंने पूछा कि इंजीनियरिंग से जुड़ी परीक्षाएं मराठी भाषा में क्यों नहीं ली जा रही हैं। इस सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये परीक्षाएं पहले से ही मराठी और अंग्रेजी दोनों में आयोजित की जाती हैं। हालांकि, अदालत ने कुछ मामलों में फैसला दिया था कि कुछ परीक्षाएं विशेष रूप से कृषि इंजीनियरिंग से संबंधित परीक्षाएं केवल अंग्रेजी में ही आयोजित की जानी चाहिए।
तकनीकी विषयों में भी मराठी भाषा का उपयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीकी विषयों के लिए मराठी पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने अब निर्णय लिया है कि भले ही वर्तमान में पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध न हों, लेकिन नई शिक्षा नीति हमें मराठी में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम संचालित करने की अनुमति देती है।