सिंगरौली।मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले के NCL निगाही परियोजना में काम कर रही ओबी कम्पनी के वेंचर्स के प्रबंधक रंजीत नामक व्यक्ति के खिलाफ एक महिला लगातार शोषण की शिकायत को लेकर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर काट रही है बावजूद इसके उक्त रंजीत नामक व्यक्ति पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही करने में पुलिस के हाथ पाव फूल रहे हैं। कार्यवाही तो दूर की बात है अभी तक उक्त रंजीत सिंह नामक व्यक्ति पर पुलिस ने FIR तक दर्ज नहीं किया है।
गौरतलब हो कि, पिछले कई दिनों से एक महिला जिले के तमाम पुलिस के अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर काट रही है और अपने लिखित शिकायत में यह आरोप लगा रही है कि वो अपने पति के लिए नौकरी के मांग के लिए कई महीने पूर्व से उक्त रंजीत सिंह नामक व्यक्ति के पास गई थी। पीड़ित महिला को उक्त रंजीत सिंह नामक व्यक्ति बार बार अपने आवास पर बुलवाया रहा और जब महिला ने अपने पति के नौकरी के संबंध में पूछा तो रंजीत सिंह ने महिला को शाम में फिर अपने आवास पर आने को कहा तो महिला ने मना कर दिया जिसके बाद नाराज रंजीत सिंह नामक व्यक्ति ने महिला के साथ गली -गलौज किया। जिससे परेशान महिला जिले के सभी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंच रही है। जहां महिला ने रंजीत सिंह नामक व्यक्ति द्वारा दुष्व्यवहार किए जाने एवं गाली गलौज किए जाने की शिकायत की। जिसके बाद पीड़ित महिला अपनी शिकायत लेकर लगातार अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर काट रही है। और न्याय पाने की उम्मीद कर रही है। मगर पता, नहीं क्यों? उक्त पीड़ित महिला की शिकायत कोई भी अधिकारी सुनना ही नहीं चाहता?
आखिर पीड़िता की सुनवाई कब ?
एक ओर सूबे के मुखिया CM मोहन यादव अपने दावे में महिला सशक्तिकरण की जमकर बात करते हैं मगर सिंगरौली में इनके दावों की यहां के अधिकारी ही पोल खोल रहे हैं। आलम ये है कि एक निजी प्राइवेट कंपनी का एक मुलाजिम पूरे सिस्टम को बौना बना रखा है और सिस्टम इसके इशारे पर काम कर रही है। अगर महिला लगातार शिकायत कर रही है तो कम से कम उक्त मामले में जांच तो होनी चाहिए थी। मगर इस मामले को पता नहीं क्यों दबाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि ये न्यूज लगभग सभी लोकल एवं नेशनल समाचार पत्रों सहित इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का हेडलाइन बना हुआ है। जब मामले को द टकसाल न्यूज ने गंभीरता से चलाया तो सीएसपी कार्यालय में पीड़ित महिला का बयान दर्ज हुआ। लेकिन अभी तक मामले में कोई FIR दर्ज नहीं किया गया। क्या पुलिस आरोपी व्यक्ति को बचाने का प्रयास कर रही है?
क्यों ठोकर खाने को मजबूर पीड़िता?
उक्त मामले में पीड़िता थाना एवं नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय सहित पुलिस अधीक्षक कार्यालय बार-बार अपनी शिकायत लेकर पहुंच रही है लेकिन पीड़िता की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिस किसी अधिकारी से पीडिता मिलती है और अपनी लिखित शिकायत देती है तो केवल पीड़िता को आश्वासन देकर संबंधित अधिकारी भेज देते हैं। लेकिन संबंधित रंजीत सिंह नामक व्यक्ति पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जा रही है और ना ही संबंधित मामले की जांच कराई जा रही है। सूत्र बताते हैं कि जांच के नाम पर CSP कार्यालय में महिला का हाल में ही बयान दर्ज किया गया है।
क्या रंजीत के आगे बेबस सिस्टम?
वैसे तो छोटे-छोटे मामलों में सिंगरौली पुलिस कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटती लेकिन उक्त संबंधित मामले में सिंगरौली पुलिस संबंधित व्यक्ति के ऊपर किसी भी प्रकार की मामला पंजीबद्ध करने से पीछे हट रही है ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या जिले का पूरा प्रशासनिक सिस्टम रंजीत सिंह के सामने बेबस है या जिले का तमाम सिस्टम फेल हो चुका है?
रंजीत सिंह नामक व्यक्ति की पूर्व में भी हो चुकी है शिकायत?
सूत्र बताते हैं कि रंजीत सिंह नामक व्यक्ति की पूर्व में भी कई शिकायतें पुलिस थानों तक तो पहुंचे लेकिन उक्त मामले में भी कोई कार्रवाई नहीं की गई और पीड़िता के शिकायत को ठंडा बस्ता में डालकर छोड़ दिया गया। अब फिर जिले का तमाम सिस्टम उक्त रंजीत सिंह नामक व्यक्ति के कारनामे को छुपाने का प्रयास कर रहा है और उक्त मामले को भी ठंडा बस्ते में डाल रंजीत सिंह नामक व्यक्ति को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यवाही के नाम पर केवल पीड़िता का सीएसपी कार्यालय में बयान लिया जाता है मगर उक्त मामले में आरोपी पर कोई FIR नहीं होती है क्यों?