सीएम योगी ने जारी किए निर्देश
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार रात व गुरुवार सुबह आई आंधी-बारिश व ओलावृष्टि से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिलों के अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से सर्वे कराने व राहत कार्य पर नजर रखने के लिए भी कहा है। योगी ने गुरुवार सुबह आकाशीय बिजली, आंधी तूफान, बारिश, वज्रपात आदि आपदा से जनहानि और पशुहानि होने की स्थिति में तत्काल प्रभावितों को राहत राशि का वितरण करने के लिए कहा है। उन्होंने घायलों का समुचित उपचार कराने के लिए भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में गेहूं की सरकारी खरीद को देखते हुए मंडियों सहित सभी खरीद केंद्रों पर गेहूं के सुरक्षित भंडारण का पूरा ध्यान रखा जाए। अधिकारी सर्वे कराकर जिलों में हुए फसल नुकसान का आकलन करते हुए जांच रिपोर्ट शासन को भेजें, ताकि जल्द से जल्द प्रभावित किसानों को राहत राशि मुहैया कराई जा सके। उन्होंने निर्देशित किया कि जल जमाव की स्थिति होने पर प्राथमिकता पर इसे निकालने की व्यवस्था कराई जाए
आंधी ने उड़ाई 90 गांवों की बिजली, पांच लाख की आबादी प्रभावित
बहराइच के तराई इलाके में मौसम बदलने से शुरू हुई आंधी-पानी ने शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों के बिजली को उड़ा दिया। कई जगह बिजली के तार टूटने से बिजली गुल हो गई। बिजली गुल होने से पूरे जिले में लाखों की आबादी प्रभावित रही।
आंधी-पानी रूकने पर बिजली को सही करने का काम शुरू किया गया। बावजूद इसके ग्रामीण इलाकों में अभी बिजली संकट बना हुआ है। शहर में करीब 90 गावों की बिजली प्रभावित है, इससे पांच लाख से अधिक की आबादी प्रभावित बताई जा रही है।
आंधी-तूफान से व्यवस्थाएं ध्वस्त, 600 गांवों में 12 घंटे गुल रही बिजली
अंबेडकरनगर में आंधी तूफान से बिजली आपूर्ति की व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई हैं। जिले भर जगह-जगह पेड़, बिजली के खंभे, ट्रांसफार्मर, इंसुलेटर, जंपर, फ्यूज, 33 केवीए लाइन का तार टूटकर धराशाई हो गया है।
बुधवार आधी रात से गुरुवार दोपहर तक शहर सहित 600 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप रही। 12 घंटे तक बिजली गुल रहने से पांच लाख से अधिक की आबादी को परेशानी झेलनी पड़ी। घरों में पेयजल के संकट से लोगों को जूझना पड़ा। साथ ही घरों लगा इनवर्टर भी बैठ गया। लोगों को मोबाइल चार्जिंग, पानी टंकी भरना, घरेलू कामकाज के लिए दिनभर बिजली का इंतजार करना पड़ा।
पावर कारपोरेशन के अफसरों की माने तो आंधी-तूफान में 20 से अधिक खंभे और 10 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। रात दो बजे तेज आंधी बीच में अकबरपुर विद्युत उपकेंद्र पर संचालित नौ फीडर ट्रिप करके बंद हो गए। 33 केवीए लाइन में भी खराबी आ गई। वीआइपी फीडर के रगड़गंज के पास 11 हजार लाइन पर पेड़ की डाली गिरने से पुलिस लाइन, जिलाधिकारी आवास, कलेक्ट्रेट व तहसील की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। गुरुवार दोपहर में विद्युत कर्मियों ने डालियों को काटने के बाद आपूर्ति बहाल कराई।
आंधी पानी में एक की मौत, गर्मी से राहत पर किसानों को नुकसान
बाराबंकी में सुबह से हो रही बारिश ने गर्मी से राहत दी है। लेकिन किसानों की गेहूं की तैयार फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में जलभराव के साथ बिजली भी गुल रही। देवा में तेज हवा के दौरान टिन शेड एक युवक पर जा गिरी, जिससे उसकी मौत हो गई।
श्रावस्ती
श्रावस्ती में बुधवार रात तेज आंधी व गरज-चमक के साथ शुरू हुई बरसात गुरुवार को दोपहर बाद तक रुक-रुक कर जारी रही। कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि भी हुई। इससे खेत में तैयार खड़ी व कटी पड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। मौसम के बदले मिजाज से चिलचिलाती धूप और उमसभरी गर्मी से लोगों को राहत मिली।
गर्मी से राहत, फसलों पर बरसा कहर
बलरामपुर में गर्मी व तेज धूप के बीच बुधवार की रात मौसम ने करवट ले ली। बादलों की गरज व तेज आंधी के साथ हुई बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दिलाई। -गुरुवार सुबह से ही बदली छाए रहने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। करीब 10 बजे पुनः आंधी के साथ झमाझम बारिश शुरू हुई। बारिश के कारण खेतों में खड़ी गेहूं का गन्ने की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। ललिया के रतनपुर में आंधी के कारण पेड़ गिरने से एक भैंस की दबकर मौत हो गई।
तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि, किसानों को भारी नुकसान
रायबरेली में बढ़ते तापमान और तेज धूप के बीच एकाएक मौसम में बदलाव हो गया। गुरुवार की सुबह आसमान में छाए घने बादलों के बीच तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे सबसे अधिक किसानों को नुकसान हुआ है। कड़ी मेहनत से तैयार की गई फसल को बर्बाद होता देख किसान कांप उठे। खेतों में पड़ी कटी फसल को समेटने का प्रयास किया, लेकिन बारिश से नहीं बचा सके। मौसम वैज्ञानिक ने अभी दो दिनों तक घने बादल छाए रहने, बारिश के आसार जताए हैं।
लखीमपुर
लखीमपुर में गुरुवार को मौसम पूरी तरह बदल गया, हालांकि इसके आसार एक दिन पहले ही दिखाई पड़ने लगे थे। बुधवार से ही आसमान में हल्के बादल छाने लगे थे, ठंडी हवाएं चलने लगी थीं, लेकिन बुधवार की रात करीब 10 बजे के आसपास आंधी के साथ बादल घिर गए फिर ओले गिरने लगे, इसके बाद रात भर रुक रुक कर बारिश होती रही। गुरुवार को सुबह से आसमान में बादल छाए रहे, सुबह हल्क बारिश भी हुई,इसके बाद पूरे दिन ठंडी हवाएं चलती रहीं,बीच बीच में हल्की धूप भी निकलती रही, इससे मौसम का पारा भी नीचे आया।