मेरठ
मुस्कान ने सौरभ हत्याकांड की पटकथा अपने मम्मी और पापा को सुनाई। तब उनकी बेटी पीहू भी सुन रही थी। मुस्कान के जेल जाने के बाद पीहू कहती है, पापा ड्रम के अंदर है। मम्मी लंदन चली गई। दरअसल, पीहू ने पापा से वीडियो कॉल पर बात करने की जिद की। अक्सर लंदन से पीहू अपने पापा सौरभ से वीडियो कॉल पर बात करती थी।
नानी कविता रस्तोगी ने पीहू को बताया कि उसके पापा ड्रम से भगवान के पास चले गए है। अब वह कभी नहीं मिल पाएगे। मम्मी लंदन चली गई है। आप पढ़ाई करो और मम्मी से मिलने लंदन चली जाओगी। उसके बाद से पीहू ने मम्मी पापा से मिलने की जिद छोड़ दी। अब पीहू नानी से कहती है कि पढ़ाई करा दो। ताकि वह मम्मी से मिलने लंदन जा सकें।
पीहू को क्या पता कि जिस पापा के लिए वह तड़प रही है, उसे मम्मी मुस्कान ने ही मौत के घाट उतार दिया और खुद जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गई। बताया जा रहा है कि पीहू के लिए एक काउंसलर नियुक्त किया जाएगा, जो बच्ची से जानकारी जुटा सकेंगा। बच्ची को समझाया भी जाएगा। ताकि इस हत्याकांड का उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़े।
मुस्कान ने कविता को बोला, यह मेरी असली मां नहीं
कविता और प्रमोद रस्तोगी ने बेटी मुस्कान को खुद ही पुलिस के हवाले कर दिया। उसके बाद थाने में पुलिस के सामने मुस्कान ने कहा कि कविता उसकी असली मां नहीं है। बल्कि उसकी असली मां जूली है। कविता ने बताया कि वह ही मुस्कान की असली मां है। जूली मुस्कान की मौसी है, जिसकी शादी देहरादून में हुई थी। मुस्कान काफी दिनों तक मौसी के साथ रह चुकी है, जो उसे पहले मौसी के स्थान पर मम्मी कहकर बुलाती थी।
सिद्धि प्राप्त करना चाहती थी
जूली की मौत के बाद मुस्कान टूट गई थी। वह सिद्धि प्राप्त कर जूली से बातचीत करना चाहती थी। इसी तरह से अंधविश्वास में पड़ गई। मुस्कान को गुस्सा था कि हमने उसे इस कृत्य के लिए पुलिस के हवाले क्यों कर दिया? इसी के चलते उसने कहा था कि कविता रस्तोगी उसकी मां नहीं है।
मोबाइल और एक कमरा बन गई थी मुस्कान की दुनिया
बचपन से चुलबुली मुस्कान के चेहरे पर दो साल से मानो हंसी गायब हो गई थी। सौरभ की हत्या के बाद उसके प्रसारित वीडियो में देखने को मिला की मुस्कान इंज्वाय कर रही है, जबकि सौरभ के लंदन जाने के बाद मुस्कान की दुनिया मोबाइल और एक कमरा बन गई थी। वह कमरे से बाहर नहीं निकलती थी। कभी अगर जाती थी सिर्फ शारदा रोड तक। खाना भी जौमेटो से आर्डर कर खा लेती थी। फिर से घर के अंदर सो जाती थी।
सिर्फ साहिल का घर में था आना
मकान मालिक ने बताया कि उसके पास सिर्फ साहिल ही आता जाता था। उस समय भी दोनों घर के अंदर से बाहर नहीं निकलते थे। अब लगता है कि वह घर के अंदर तंत्र मंत्र में ही रहती थी। यही हाल साहिल शुक्ला का था। उसके रूम में कहने के लिए दो खिड़की थी। उन पर हर समय पर्दा लगा रहता था। वह भी कमरे के अंदर ही रहता था। सिर्फ बिल्ली को खाना खिलाने केलिए बाहर निकलता था। उससे लग रहा है कि साहिल और मुस्कान दोनों ही घर के अंदर मानो कोई साधना करते थे। यही कारण था कि दोनों को अंधेरा ही पसंद था।