Saturday, August 2, 2025
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TAKSAL NEWS:क्या रंजीत का संरक्षक पुलिस? पति के नौकरी के बदले आबरू?

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सिंगरौली।बहुचर्चित छेड़छाड़ मामला सुर्खियों में बना हुआ है एक पीड़ित महिला अपनी शिकायत लेकर लगातार जिले के बड़े पुलिस अधिकारियों के समक्ष पहुंच रही है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी महिला के शिकायत के बाद भी महिला के मामले में कार्यवाही करवाने के बजाय लीपापोती में लगे हुए है पीड़ित महिला विगत कई सप्ताह से अपनी शिकायत दर्ज करवाने के लिए अधिकारियों के चौखट पर पहुंच रही है लेकिन FIR तो दूर उक्त मामले में अभी तक जांच के नाम पर केवल सीएसपी कार्यालय में पीड़ित महिला का बयान ही हो पाया है।

गैरतलब हो कि छेड़छाड़ और जान से मारने के मामले में पीड़ित महिला सीएसपी की जांच से असंतुष्ट है। वो मंगवाल को एसपी की जन सुनवाई में न्याय मांगने पहुंची लेकिन एसपी ने बिना आवेदन लिए यह कहकर पीड़ित महिला को वापस कर दिया कि मामलें की जांच हो रही है। पीड़िता एसपी के जवाब से असंतुष्ट रही। पीड़िता ने कहा कि न्याय नहीं मिला तो रीवा आईजी और मुख्यमंत्री से शिकायत करूंगी। पीड़िता ने कहा पैसों के दम पर आवाज दवाई जा रही है। रंजीत के पास बेशुमार पैसे हैं। महिला ने बताया कि निगाही परियोजना में कार्यरत सिक्कल कंपनी के जीएम रंजीत सिंह ने न केवल छेड़छाड़ की बल्कि बहुत कुछ ऐसा किया जो मैं बता भी नहीं सकती। ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अगर इस मामले में ठीक से जांच हुई तो शायद पीड़ित महिला आप बीती ठीक से बता दें। मगर अफसोस की बात ये है कि अभी तक उक्त मामले कोई मामला दर्जनों नहीं हुआ है और मामले को लीपापोती कर दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

आखिर क्यों नहीं हो रहा कार्यवाही?

अपुष्ट सूत्र बताते हैं कि रंजीत सिंह धन और बल दोनों में मजबूत है इसी के बदौलत ये मामले को दबवाने का प्रयास कर रहा है। मगर सोचने वाली बात ये है कि क्या कोई धन बल के बदौलत महिला द्वारा लगाए गए संगीन आरोप में भी बच सकता है? मगर शायद इस मामले में ऐसा ही हो रहा है शायद इसको धन की बदौलत बचाव का वरदान मिल गया है यही वजह है कि मीडिया के इतने मामले को उठाने के बाद भी अभी तक कोई भी मामला दर्ज ही नहीं हुआ है।

आम आदमी का पुलिस से टूट रहा विश्वास?

इस मामले ने आम आदमी के विश्वास को पुलिस के प्रति काम करने का काम कर दिया है आम आदमी यह सोचने को मजबूर है कि क्या धन बल के बदौलत किसी महिला के आवाज को कंपनी के मुलाजिम दबा सकते हैं? यदि हां तो, नियम और कानून क्या केवल आम आदमी के लिए ही बने हुए हैं और धन बल से मजबूत लोगों के लिए नियम और कानून केवल ढकोसला है?

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