सिंगरौली।जिले का महिला थाना इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है इसका मुख्य वजह महिला थाना प्रभारी की कार्यशैली बताई जा रही है थाने में कार्य करने वाले 3 लोगों को छोड़ बाकी सभी कर्मी परेशान नजर आ रहे हैं या यूं कह ले कि थाना प्रभारी केवल 3 लोगों के इशारे पर थाने का संचालन कर रही हैं।
3 कारखास का नहीं हो रहा मोह भंग:
आपको बता दे कि पिछले कोई वर्षों से महिला थाने में ही जमे 3 कारखास के इशारे पर ही थाना प्रभारी एक ओर थाने का संचालन कर रही हैं तो दूसरे ओर इन तीनों कारखासों पर 3 वर्ष वाली स्थानांतरण नीति लागू भी नहीं होती या यूं कह ले कि ये लोग येन केन प्रकेन अपना स्थानांतरण होने ही नहीं देते?
अधिकतर शिकायतों का संदिग्ध तरीके से निपटारा ?
महिला थाने में पहुंचने वाले अधिकतर शिकायतों को ये 3 कारखास थाना प्रभारी के इशारे पर संदिग्ध तरीके से निपटारा का देते हैं जिसके बाद मजबूरन पीड़ितों को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अलावा वरिष्ठ अधिकारियों सहित सीएम हेल्पलाइन का सहारा लेना पड़ता है थाना प्रभारी को उक्त सभी मामलों की जानकारी होने के बाद भी थाना प्रभारी अनजान बनकर तीन कारखासों के इशारे पर ही थाना चलाने में मस्त है।
पुलिस अधीक्षक के पास भी कई बार पहुंची है शिकायत:
सूत्र बताते हैं कि महिला थाना प्रभारी के कार्यशैली की जानकारी पुलिस अधीक्षक सिंगरौली के पास भी पहुंच चुकी है और आए दिन आवेदक भी महिला थाने की कोई ना कोई शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच ही जाते हैं।
तीनों कारखासों का विवादों से पुराना नाता:
जानकारी के अनुसार थाने के तीनों कारखासों का विवादों से हमेशा नाता रहता है आए दिन इनके कारनामे कही न कही से सुनने को मिल ही जाया करते है ऐसे में ये तीनों कारखास अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं लेकिन महिला थाना प्रभारी यह सब जानते हुए भी ऐसे पुलिसकर्मियों को संरक्षण दे रही हैं।
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