Rajasthan: जिला उपभोक्ता आयोग-जयपुर द्वितीय ने गुटखे में केसर का दम बताने संबंधी विज्ञापन को लेकर फिल्म अभिनेता शाहरुख खान, अजय देवगन और टाइगर श्रॉफ तथा गुटखा कंपनी के चेयरमैन को नोटिस जारी कर 19 मार्च तक जवाब मांगा है। आयोग अध्यक्ष ग्यारसीलाल मीणा और सदस्य हेमलता अग्रवाल ने योगेन्द्र सिंह बडियाल के परिवाद पर यह आदेश दिया।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित होने जा रहे आईफा अवॉर्ड्स 2025 से पहले बॉलीवुड के तीन दिग्गज सितारें शाहरुख खान, अजय देवगन और टाइगर श्रॉफ को एक गंभीर कानूनी मामले में नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस जयपुर जिला उपभोक्ता आयोग क्रम-2 द्वारा जारी किया गया है। इनके अलावा, गुटखा निर्माता कंपनी जेबी इंडस्ट्रीज को भी सम्मन भेजा गया है। आयोग ने सभी को 19 मार्च 2025 को पेश होने के लिए कहा है।
क्या है पूरा मामला?
जयपुर निवासी उपभोक्ता योगेंद्र सिंह बड़ियाल ने जिला उपभोक्ता आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि एक गुटखा के विज्ञापन में भ्रामक दावा किया जा रहा है कि इसमें केसर है, जबकि यह उत्पाद स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। शाहरुख खान, अजय देवगन और टाइगर श्रॉफ इस गुटखा ब्रांड का प्रचार कर रहे हैं, जिससे उपभोक्ताओं को इसे खरीदने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यह भ्रामक विज्ञापन उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 का उल्लंघन करता है और आम जनता को गुमराह करता है।
ये तीनों अभिनेता लंबे समय से एक पान मसाला और गुटखा कंपनी के विज्ञापन में नजर आ रहे हैं। “बड़े ब्रांड्स का स्वाद” टैगलाइन के तहत इन विज्ञापनों में इसे “कैसर” उत्पाद बताया जाता है, लेकिन वास्तविकता में यह गुटखा उत्पादों के प्रचार से जुड़ा हुआ है।
क्या हो सकते हैं कानूनी नतीजे?
अगर आयोग में आरोप सिद्ध होते हैं, तो इन विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इसके साथ ही सेलिब्रिटीज पर आर्थिक दंड लगाया जा सकता है। वहीं उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 के तहत कानूनी कार्रवाई भी संभव है।
आईफा से पहले बढ़ सकती हैं मुश्किलें
आईफा अवॉर्ड्स 2025 का आयोजन जयपुर में होने जा रहा है, जहां इन सितारों की उपस्थिति की संभावना थी। हालांकि, इस नोटिस के बाद अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस कानूनी चुनौती का सामना कैसे करते हैं। इस मामले की सुनवाई 19 मार्च को होगी, जिस पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी। यह मामला सिर्फ तीन अभिनेताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि भ्रामक विज्ञापन और सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़ा एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है।