Vakri Budh Ka Rashiyon Par Prabhav: ग्रहों के राजकुमार बुध देव 15 मार्च को मीन राशि में वक्री होने जा रहे हैं। बुध 15 मार्च 2025 को दोपहर 12:15 वक्री होंगे और 7 अप्रैल 2025 को शाम 4: 36 मार्गी होंगे। उसके बाद वे मार्गी हो जाएंगे। इस तरह से देखा जाए तो कुंभ और मीन राशि में बुध कुल 24 दिनों तक वक्री रहेंगे। बुध का वक्री होना करियर, व्यापार में शुभ-अशुभ प्रभाव डालता है। बुध वक्री होने पर जीवन में कई बदलाव और देरी हो सकती है, खासकर संवाद, यात्रा, कारोबार और तकनीकी उपकरणों के क्षेत्र में। इस दौरान लोगों को अपनी सोच और योजनाओं में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं किन राशियों के लिए बुध की वक्री दशा परेशानी का सबब बन सकती है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहेगा। बुध आपके राशि स्वामी हैं, और जब वे वक्री होते हैं तो आपकी सोच और संवाद में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। आपको पुराने विवादों या मामलों से निपटना पड़ सकता है। इस समय में बुरी फंस सकती है, इसलिए वाद-विवाद से बचें और शांतिपूर्ण तरीके से कार्य करें।
कन्या राशि
कन्या राशि के लिए भी बुध का वक्री होना कठिन साबित हो सकता है। आपकी दिनचर्या, योजनाओं और विचारों में स्थिरता और स्पष्टता की कमी हो सकती है। कोई पुराना काम जो रुका हुआ था, वह वापस आ सकता है और आपको उसे निपटाने का दबाव महसूस हो सकता है। आपके सोचने की प्रक्रिया में भ्रम और असमंजस हो सकता है।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए यह समय काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। बुध वक्री होने से आपको कार्यों में रुकावटें आ सकती हैं और पुराने मामलों को सुलझाने में परेशानी हो सकती है। मानसिक दबाव और गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं। आपको अपने निर्णयों में विशेष ध्यान और सावधानी रखनी होगी।
मीन राशि
मीन राशि में बुध वक्री हो रहे हैं, इसलिए मीन राशि के जातकों को मानसिक उथल-पुथल का सामना करना पड़ सकता है। पुरानी परेशानियां उभर सकती हैं और यह समय किसी भी तरह के नए काम की शुरुआत के लिए अनुकूल नहीं है। आपको इस समय आत्मनिरीक्षण और आत्म-सुधार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।