महंत नारायण गिरि ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो घोषणा की थी उसकी शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक दूधेश्वरनाथ मठ महादेव मंदिर से गाजियाबाद की देश ही नहीं पूरे विश्व में पहचान है। कॉरिडोर के निर्माण की शुरुआत नारियल तोड़कर की गई। इस मौके पर मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि महाराज व अन्य संत महात्मा मौजूद रहे। महंत ने बताया कि इस सिद्धपीठ मंदिर में सावन में 10 लाख से अधिक शिवभक्त देश विदेश से दर्शन करते आते हैं। कॉरिडोर के लिए शासन से करीब साढ़े छह करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी हो चुकी है। सदर विधायक संजीव शर्मा ने कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर दूधेश्वर कॉरिडोर बनाने की शुरुआत हो चुकी है। निर्माण भव्य और अलौकिक होगा।