पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक बाजार में बुधवार को हुए धमाके में चार लोगों की मौत हो गई। पांच लोग घायल भी हुए हैं। पुलिस ने बताया कि खुजदार के नाल बाजार में खड़ी एक मोटरसाइकिल पर आईईडी लगाया गया था। नाल पुलिस स्टेशन के प्रभार ने बताया कि मौतों की पुष्टि करते हुए कहा कि घायलों में एक की हालत गंभीर है। खुजदार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जावेद जेहरी ने बताया कि विस्फोट में कुछ वाहन भी नष्ट हो गए।
अमेरिका में नस्ली भेदभाव की एक और क्रूर घटना सामने आई है। फ्लोरिडा के पाम्स वेस्ट अस्पताल में अमेरिकी मरीज स्टीफन स्कैंटलबरी ने 67 वर्षीय भारतीय मूल की नर्स लीलम्मा लाल के चेहरे पर क्रूरता के साथ मुक्के मारे। इससे नर्स की आंखों की रोशनी भी जा सकती है। पुलिस ने बताया कि नर्स लीला (लीलाम्मा) लाल पर 18 फरवरी को मनोरोग वार्ड में इलाज कर रही थी। उन पर 33 वर्षीय मरीज स्टीफन एरिक स्कैंटलबरी ने हमला कर चेहरे की लगभग हर हड्डी तोड़ दीं। हमला करने के बाद स्टीफन ने कहा, ‘भारतीय बुरे हैं’ और ‘मैंने अभी-अभी एक भारतीय डॉक्टर को पीटा’ है।
हेलिकॉप्टर से मेडिकल सेंटर ले जाया गया
लाल को हेलिकॉप्टर से वेस्ट पाम बीच के सेंट मैरी मेडिकल सेंटर ले जाया गया। उसे एक दर्शक से एक वीडियो मिला, जिसमें संदिग्ध व्यक्ति को पास की प्रमुख सड़क पर शर्टलेस चलते हुए दिखाया गया था और ऐसा लग रहा था कि उसके सीने में अभी भी ईसीजी लीड लगी हुई थी। पुलिस द्वारा उसे हिरासत में लेने के पहले अस्पताल के कर्मचारी और कानून प्रवर्तन अधिकारी उस व्यक्ति का व्यस्त राजमार्ग पर पीछा करते हुए दिखाई दे रहे थे।
अमेरिकी न्याय विभाग ने बुधवार को एक चीनी हैकिंग कंपनी के आठ कर्मियों पर दो चीनी कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ वैश्विक साइबर जासूसी अभियान चलाने के आरोप लगाए गए हैं। इस जासूसी अभियान में असंतुष्ट अमेरिकियों, समाचार संगठनों और अमेरिकी एजेंसियों को निशाना बनाया गया था। अधिकारियों ने यह भी दावा किया है कि इसके लिए लोगों को प्रभावित करने और चीन के पक्ष में करने के लिए चीनी सरकार द्वारा भुगतान भी किया जा रहा था।
एक अभियोग में आई-सून नामक एक निजी हैकिंग कंपनी के अधिकारियों पर आरोप लगाया गया है। इसके अधिकारियों ने दुनिया भर में व्यापक स्तर पर सेंधमारी की, जिसे अमेरिकी अधिकारियों ने व्यापक खुफिया जानकारी जुटाने का अभियान बताया।
मामले में कहा गया है कि कुछ मामलों में टारगेट चीन के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय द्वारा निर्देशित थे। लेकिन अन्य मामलों में हैकर्स ने अपनी पहल पर काम किया और चोरी की गई जानकारी को बाद में सरकार को बेचने की कोशिश की।
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर जारी तनाव के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बुधवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वे रूस से खतरों के मद्देनजर महाद्वीप की रक्षा के लिए फ्रांस की परमाणु ताकत का उपयोग करने के विचार पर यूरोपीय सहयोगियों के साथ वार्ता करेंगे। उन्होंने राष्ट्र के नाम एक टेलीविज़न संबोधन में यह टिप्पणी की।
गौरतलब है कि फ्रांस यूरोपीय संघ में एकमात्र परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र है। अपने संबोधन में मैक्रों ने रूस को फ्रांस और यूरोप के लिए खतरा बताया। साथ ही कहा कि उन्होंने हमारे (परमाणु) प्रतिरोध द्वारा यूरोपीय महाद्वीप पर हमारे सहयोगियों की सुरक्षा पर रणनीतिक बहस शुरू करने का फैसला किया है। मैंक्रों ने यह भी कहा कि फ्रांस के परमाणु हथियारों का उपयोग केवल फ्रांसीसी राष्ट्रपति के हाथों में रहेगा।
इस दौरान मैंक्रों ने यह भी उम्मीद जताई कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यूरोप से आयात पर टैरिफ न लगाने के लिए मना लेंगे।
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