फांसी की मांग कर मसूदा बाजार बंद
इस मामले में अभी तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और तीन नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा गया है। आरोपी लुकमान उर्फ सोहेब, सोहेल मंसूरी, रिहान मोहम्मद और अफराज को पांच का रिमांड पूरा होने पर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
इन युवकों पर आरोप है कि, जब बच्चियां स्कूल जाती थीं, तो आरोपी उन्हें रास्ते में रोक लेते थे। वो उनके साथ जबरदस्ती करते थे और अपने साथ कैफे और होटल में जाने के लिए मजबूर करते थे। आरोपी उन बच्चियों से कलमा पढ़वाते थे और रोजा रखने के लिए कहते थे।
सरकारी वकील रुपेंद्र परिहार ने बताया, कोर्ट में चारों आरोपियों को पेश किया गया। चारों पर बिजयनगर थाने में तीन मुकदमे दर्ज हुए थे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। इन आरोपियों को पांच दिन के रिमांड पर लिया गया था और इनसे पूछताछ की गई थी।
आरोपियों से हो सकती है क्रॉस पूछताछ
पुलिस ने कोर्ट में कहा कि आरोपियों से अब जांच की आवश्यकता नहीं है। इसके बाद कोर्ट ने चारों आरोपियों को जेल भेज दिया है। वहीं इन आरोपियों की अन्य आरोपियों से क्रॉस पूछताछ की जा सकती है। जिसके लिए प्रोडक्शन वारंट पर चारों को गिरफ्तार किया जा सकता है।
सरकारी वकील ने बताया, इन चारों आरोपियों का नाबालिग बच्चियों को मोबाइल देना, रेस्टोरेंट और कैफे में बुलाकर डरा धमकाकर रोजा पढ़वाना, रेप और अन्य गतिविधि में अहम रोल था।
नाबालिग बच्चियां और उनके पिता ने मामला कराया दर्ज
बता दें, 15 फरवरी को बिजयनगर थाने में एक नाबालिग ने मामला दर्ज कराया था। इसके बाद एक और नाबालिग ने मामला दर्ज कराया था। फिर तीन लड़कियों के पिता की ओर से भी रिपोर्ट दी गई थी।
इन लोगों ने आरोप लगाया कि प्राइवेट स्कूल में पढ़ रही नाबालिग लड़कियों का रेप और अश्लील फोटो-वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहे थे। जबरन कलमा पढ़ने, रोजा रखने और धर्मांतरण के लिए विवश कर रहे थे। पुलिस पॉक्सो सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच में जुटी है।