प्रो. मागो के अनुसार पहले आवेदक को पंजीकरण करना होगा फिर दाखिला होगा। पंजीकरण में हम छात्र की बेसिक जानकारी लेंगे। दाखिला व पंजीकरण एक साथ होने के कारण उम्मीदवारों को एक लंबा फॉर्म भरना पड़ता था। इस कारण उन्हें उसे भरने में समय भी अधिक लगता था।
दिल्ली विश्वविद्यालय का स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) शैक्षणिक सत्र 2025-26 में स्नातक प्रोग्राम में दाखिले के लिए प्रक्रिया में बदलाव करने जा रहा है। इस बार की दाखिला प्रक्रिया दो हिस्सों में बंटी होगी। इसमें पहले पंजीकरण और फिर दाखिला होगा। बारहवीं का रिजल्ट जारी होने के बाद पंजीकरण को शुरू कर दिया जाएगा।
पंजीकरण के आधार पर आवेदक को यह पता चल जाएगा कि व किस प्रोग्राम में दाखिला लेने के योग्य है। यह एक तरह से ऑनलाइन काउंसलिंग के समान ही होगा। यह व्यवस्था भी पहली बार ही होगी। एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो ने बताया कि इस बार एसओएल में दाखिला थोड़ा अलग तरह से होगा।
प्रक्रिया को आसान बनाने का प्रयास
प्रो. मागो के अनुसार पहले आवेदक को पंजीकरण करना होगा फिर दाखिला होगा। पंजीकरण में हम छात्र की बेसिक जानकारी लेंगे। अब तक पंजीकरण व दाखिला साथ-साथ ही हो जाता था। दाखिला व पंजीकरण एक साथ होने के कारण उम्मीदवारों को एक लंबा फॉर्म भरना पड़ता था। इस कारण उन्हें उसे भरने में समय भी अधिक लगता था। इस बार प्रक्रिया को आसान बनाने का प्रयास किया गया है। नियमित कॉलेजों के लिए दाखिला प्रक्रिया लगभग ऐसी ही होती है। पहले पंजीकरण करना होता है फिर दाखिला फॉर्म भर कर दाखिला लेना होता है।