श्रीशैलम लेफ्ट बैंक सुरंग परियोजना के दौरान हुए हादसे के बाद जारी रेस्क्यू ऑपरेशन पर बड़ा अपडेट सामने आया है। रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि बचाव दल ने सुरंग के अंदर फंसे लोगों के नाम लेकर आवाज लगाई है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है।
- सुरंग के अंदर लोहे, मलबे और सीमेंट के टुकड़े हटाने का काम चल रहा है।
- बचाव अभियान में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और कंपनी के कर्मचारी शामिल हैं।
- बचाव दल उस जगह तक पहुंच चुके हैं, जहां शनिवार को सुरंग बोरिंग मशीन थी।
- बचाव दल तेजी से काम कर रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही फंसे हुए मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा।
हादसे के वक्त क्या हुआ था?
- शनिवार सुबह टनल में 50 लोग काम कर रहे थे। जब वे 13.5 किमी अंदर पहुंचे, तो अचानक छत गिर गई।
- 42 मजदूर किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे
- 8 लोग (2 इंजीनियर और 6 मजदूर) अंदर फंस गए।
- 6 लोग जयप्रकाश एसोसिएट्स कंपनी के कर्मचारी हैं और 2 अमेरिका की एक कंपनी के कर्मचारी हैं।
SLBC प्रोजेक्ट के बारे में जानिए
- यह सुरंग 44 किमी लंबी बनाई जा रही है, जो श्रीशैलम प्रोजेक्ट से नलगोंडा जिले में 4 लाख एकड़ जमीन की सिंचाई के लिए पानी ले जाएगी।
- अब तक 34.5 किमी सुरंग पूरी हो चुकी है, जबकि 9.5 किमी का काम बाकी है।
केंद्र और राज्य की लगातार नजर
बता दें कि, इस हादसे को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात कर केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं राज्य के मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी और जे. कृष्णा राव मौके पर पहुंचे हुए हैं। जबकि मुख्यमंत्री लगातार हालात की निगरानी कर रहे हैं और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। मामले में राहुल गांधी ने राज्य सरकार से फंसे हुए श्रमिकों को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ने का आग्रह किया है।