मंडाविया ने कहा, ‘वह खेलों को प्रभावित नहीं होने देना चाहते हैं। 95 प्रतिशत चाहते हैं कि खेल विधेयक आना चाहिए, लेकिन कुछ खेल संघों के पांच प्रतिशत प्रतिनिधियों के संशय हैं, जिसे वह दूर करना चाहते हैं।’
खेल मंत्री मंसुख मंडाविया ने बुधवार को कहा कि उनकी योजना खेल विधेयक को संसद में अगले वर्ष बजट सत्र में लाने की है। मंडाविया ने यह भी कहा कि वह विधेयक में मामूली संशोधन भी कर रहे हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय खेल संघों में भारतीय खेल प्रशासकों को अपनी भूमिका निभाने का मौका मिल सके।
मंडाविया ने कहा, ‘वह खेलों को प्रभावित नहीं होने देना चाहते हैं। 95 प्रतिशत चाहते हैं कि खेल विधेयक आना चाहिए, लेकिन कुछ खेल संघों के पांच प्रतिशत प्रतिनिधियों के संशय हैं, जिसे वह दूर करना चाहते हैं। 70 वर्ष की आयु के मामले में कुछ ऐसे प्रावधान हैं, जिन्हें दूर करने की जरूरत है।’
उदाहरण के तौर पर ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) के अध्यक्ष रंधीर सिंह को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने संबंध बनाने में 50 वर्ष का समय लगा। इतने वर्षों तक काम करने के बाद ही वह ओसीए के अध्यक्ष बने। रंधीर ने ही उनसे कहा कि आयु और कार्यकाल के नियम को देखने की जरूरत है। इसमें संशोधन के बाद ही भारतीय खेल प्रशासक अंतरराष्ट्रीय खेल संघों में अपनी भूमिका निभा सकते हैं।