भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement) आखिरकार तय हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के बीच लंदन में हुई मुलाकात के दौरान इस ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता दोनों देशों के बीच निवेश और रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर आर्थिक मजबूती प्रदान करेगा। दोनों देश पिछले तीन वर्षों से इस समझौते को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत कर रहे थे।
क्या है समझौते की खास बातें?
भारत के 99% निर्यात उत्पादों को ब्रिटेन में टैक्स फ्री एक्सेस मिलेगा।
ब्रिटेन से भारत आने वाले 90% उत्पादों पर टैरिफ घटाया या पूरी तरह खत्म किया जाएगा।
इस समझौते से दोनों देशों के मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर को मजबूती मिलेगी।
क्या-क्या सस्ता होगा?
-इलेक्ट्रॉनिक्स सामान
-जूते और कपड़े
-स्टील और अन्य मेटल्स
-स्कॉच व्हिस्की और जिन
-ज्वेलरी व फैशन उत्पाद
-सॉफ्ट ड्रिंक्स
-मेडिकल डिवाइसेज और एयरोस्पेस पार्ट्स
क्या हो सकता है महंगा?
-कार और बाइक जैसे ऑटो उत्पाद
-कुछ स्टील उत्पाद
-कृषि उत्पाद (एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स)
सेवा क्षेत्र को भी मिलेगा बढ़ावा
इस समझौते का बड़ा फायदा भारतीय सेवा क्षेत्र (Service Sector) को मिलेगा। भारत के निर्यातकों को ब्रिटेन में लगभग 99% उत्पादों पर शुल्क-मुक्त पहुंच हासिल होगी। इसके अलावा भारतीय फर्मों और फ्रीलांसरों को ब्रिटेन के 36 सेवा क्षेत्रों में काम करने की अनुमति मिलेगी। जिन भारतीय पेशेवरों का ब्रिटेन में कोई कार्यालय नहीं है, वे भी 24 महीने तक वहां काम कर सकेंगे। यह समझौता दोनों देशों के आर्थिक और रणनीतिक रिश्तों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापारिक सहयोग का यह नया अध्याय भविष्य में और भी गहराई से दोनों देशों की साझेदारी को मजबूत करेगा।