अब अगर कुत्ता, बिल्ली या कोई अन्य जानवर काट ले, तो घबराने की जरूरत नहीं। जिले के 66 आम आदमी क्लीनिक अब लोगों को रेबीज से बचाव के लिए एंटी रेबीज वैक्सीन की सुविधा भी देंगे। इससे लोगों को सरकारी अस्पतालों या बड़े हेल्थ सेंटर्स की लंबी कतारों से राहत मिलेगी। सिविल सर्जन डॉ. गुरमीत लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कदम खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद होगा जो रेबीज की घटना के बाद तुरंत इलाज चाहते हैं लेकिन बड़े अस्पतालों तक पहुंच नहीं पाते। उन्होंने बताया कि अगर किसी को पहले डोज कहीं और से लग चुकी हो, तो बाकी के तीन डोज आम आदमी क्लीनिक में लगवाए जा सकते हैं। रेबीज का टीकाकरण चार चरणों में होता है – पहले दिन, तीसरे, सातवें और 28वें दिन।
वहीं रेबीज से बचाव के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। जानवर के काटने के तुरंत बाद घाव को साबुन और साफ पानी से धोना चाहिए। घाव पर एंटीसेप्टिक लगाएं और बिना देर किए नजदीकी आम आदमी क्लीनिक में पहुंचें। डॉ. गुरमीत लाल ने अपील की कि लोग जानवर के काटने की घटना को हल्के में न लें और तुरंत इलाज लें। इस सुविधा से जिले में रेबीज के मामलों को काफी हद तक रोका जा सकेगा।