राजस्थान के प्रमुख जलस्रोतों में शामिल बीसलपुर बांध में इस वर्ष के मानसून में पानी की अच्छी आवक देखने को मिल रही है। ताजा जानकारी के अनुसार, बांध का जलस्तर 314.03 आरएल मीटर तक पहुंच चुका है, जो अब तक की मॉनसून अवधि के लिए सकारात्मक संकेत है। यह संकेत देता है कि आगामी दिनों में जल आपूर्ति की स्थिति बेहतर हो सकती है।
जलस्तर में वृद्धि, लोगों को मिली राहत
टोंक जिले में स्थित बीसलपुर बांध जयपुर, अजमेर, टोंक, किशनगढ़ और कई अन्य क्षेत्रों की पेयजल आवश्यकताओं को पूरा करता है। हर साल मानसून के दौरान बांध के जलस्तर की निगरानी की जाती है, ताकि आगामी महीनों की जल आपूर्ति और सिंचाई की योजनाएं तय की जा सकें। इस वर्ष अब तक बांध में जलस्तर 314.03 मीटर आरएल तक दर्ज किया गया है, जो कि संतोषजनक है।
बीसलपुर बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 मीटर है। ऐसे में जलस्तर का 314 मीटर से ऊपर पहुंचना दर्शाता है कि मानसून ने इस बार संतुलित प्रदर्शन किया है। हालांकि, अभी भी 1.5 मीटर पानी और भरने की क्षमता है, लेकिन वर्षा की निरंतरता से वह भी जल्द पूरा हो सकता है।
अब तक 427 मिमी वर्षा दर्ज
मानसून के आगमन के बाद से क्षेत्र में अब तक 427 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। यह आंकड़ा औसत से कुछ बेहतर बताया जा रहा है। यदि इसी तरह बारिश का सिलसिला जारी रहा, तो आने वाले दिनों में बीसलपुर बांध ओवरफ्लो की स्थिति में भी पहुंच सकता है।
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पहाड़ी इलाकों और कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश हुई है, जिससे बांध में पानी की आवक में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। यदि यही रफ्तार बनी रही, तो अगस्त के अंत तक बांध अपनी पूरी भराव क्षमता के करीब पहुंच सकता है।
जलप्रबंधन को लेकर तैयारियां शुरू
बांध के जलस्तर में हो रही लगातार वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग ने जलप्रबंधन की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। अधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी हो।
आमजन को भी राहत की उम्मीद
बीसलपुर बांध की स्थिति में सुधार के साथ ही आमजन को भी बड़ी राहत मिलने की संभावना है। खासकर जयपुर और अजमेर जैसे शहरी क्षेत्रों में जल संकट की स्थिति फिलहाल टलती हुई नजर आ रही है। यदि मानसून की चाल इसी तरह बनी रही, तो आने वाले महीनों में जल कटौती जैसे हालात का सामना नहीं करना पड़ेगा।