कनाडा में खालिस्तानी समर्थक लगातार उकसावे और हिंसा फैलाने वाली हरकतों में लगे हैं, और सरकार की ढिलाई ने उन्हें पूरी तरह बेखौफ बना दिया है। यह स्थिति न केवल कानून-व्यवस्था के लिए शर्मनाक है, बल्कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। हाल ही में सरे (ब्रिटिश कोलंबिया) में हुए एक नए मामले ने साफ कर दिया है कि खालिस्तानी तत्व अब धार्मिक स्थलों को भी अशांति फैलाने का अड्डा बना रहे हैं।
गुरुद्वारा गुरु नानक सिख टेम्पल के अंदर स्थित लंबे समय से चल रहे सीनियर सेंटर पर कब्जा करने के बाद, अब इन शरारती तत्वों ने यॉर्क बिजनेस सेंटर में स्थित गुरुद्वारा खालसा दीवान सोसाइटी को निशाना बनाया। जानकारी के अनुसार, गुरुद्वारे की सीमा दीवार पर खालिस्तानी झंडे लगा दिए गए, जिसका उद्देश्य संगत और प्रबंधन समिति में डर और तनाव फैलाना था।सूत्रों के मुताबिक, गुरुद्वारा प्रबंधन ने इस घटना की शिकायत स्थानीय पुलिस और प्रशासन से की है, लेकिन अब तक किसी ठोस कार्रवाई के संकेत नहीं मिले हैं। यह प्रशासनिक उदासीनता खालिस्तानी नेटवर्क को और मजबूत करती दिखाई दे रही है। शहर के शांति-प्रिय संगठनों और प्रमुख नागरिकों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और मांग की है कि तुरंत दोषियों को पकड़ा जाए, ताकि शहर में शांति, कानून व्यवस्था और जनता का भरोसा बहाल हो सके